दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया। सवाल उठने लगा कि क्या केजरिवाल हेमंत की तरह इस्तीफा देकर अपनी पत्नी या किसी विश्वास पात्र को सीएम बनाएंगे? हालांकि इसका जवाब आप नेता आतिशी ने देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और जेल से सरकार चलाएंगे।
क्या जेल से चल सकती है सरकार?
जेल जाने पर बिना आरोप सिद्ध हुए मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा, ऐसा संविधान में नहीं लिखा है। हालांकि जेल से सरकार चलाने में होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखकर ली लालू यादव हों या हेमंत सोरेन, इन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। दरअसल मुख्यमंत्री का काम सिर्फ कागज पर साइन करना नहीं होता है। मुख्यमंत्री के पास अधिकारियों से मशवरा करना, कैबिनेट मीटिंग, सहित कई काम रहते हैं, जो जेल में रहते हुए संभव नहीं है।
कानूनी तौर पर, दोषी साबित होने तक उन्हें पद से अयोग्य नहीं माना जाएगा। लेकिन जेल से शासन करना व्यावहारिक रूप से चुनौतीपूर्ण होगा। उन्हें जेल प्रशासन से बार-बार अनुमति और सहायता की जरूरत होगी। केजरीवाल किसी भरोसेमंद को भी सरकार की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं, जैसे बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव ने जेल जाने पर किया था। और हाल में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। हालांकि सोरेन ने अपनी पत्नी को सीएम न बनाकर अपने भरोसेमंद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी थी।
क्या सुनीता केजरीवाल बनेंगी सीएम?
केजरीवाल के जेल जाने पर सवाल उठने लगा है क्या सुनीता केजवाली सीएम बनेंगी। दरअसल बीजेपी लंबे समय से ये दावा करती आ रही है कि अगर अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हुए तो वह सरकार बचाने के लिए अपनी पत्नी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बना देंगे, जैसे लालू यादव ने जेल जाने पर राबड़ी देवी को बनाया है। हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे। आप नेता आतिशी ने मीडिया के सामने आकर ये बयान दिया कि केजरीवाल इस्तीफा नहीं देगें और जेल से ही सरकार चलाएंगे।