बिहार: अशोक महतो बिहार के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल में से एक माना जाता है। अशोक महतो के ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं। अशोक महतो नवादा जेल ब्रेक कांड समेत अन्य कई आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा। सूत्रों के अनुसार लालू यादव ने अशोक महतो को मुंगेर से लोकसभा टिकट देने का वादा कर रखा था। लेकिन सीट घोषणा होने के बाद पर चल की मुंगेर तो महिया रिजर्व सीट है। इसके बाद फस गया पेंच।
फिर क्या था, राजनीतिक खोपड़ी लगाई गई आनन फानन में लड़की खोजी गई और 62 वर्षीय अशोक महतो को दूल्हा बनाया गया । कुख्यात अशोक महतो ने पटना के बख्तियारपुर स्थित करौटा जगदंबा मंदिर में शादी रचाई। और इस तरह से मुंगेर लोकसभा चुनाव में राजद से पत्नी को उतारने की तैयारी की गई। इसके बाद अब खबर है की अशोक महतो की नई नवेली पत्नी को मुंगेर महिला रिजर्व सीट से लोकसभ का टिकट दे दिया गया। गौरतलब है की, अशोक महतो अब तक कुवारे थे।
अशोक महतो का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है बेहद खराब
90 के दशक में नवादा के वारिसलीगंज और शेखुपरा के ससवहना में दो कुख्यात क्रिमिनल का गैंग हुआ करता था। अखिलेश सिंह और अशोक महतो (Ashok Mahto) के बीच वर्चस्व की लड़ाई हुआ करती थी। वहीं, साल 2002 में अशोक महतो के गुट पर आरोप लगा था कि उसने अखिलेश सिंह के गैंग पर हमला किया और एक साथ दर्जनभर लोगों की हत्या कर दी थी।
इस मामले में शेखपुरा के तत्कालीन एसपी अमित लोढ़ा ने नौ जुलाई 2006 को झारखंड के देवघर स्थित सत्संग कालोनी से अशोक महतो को गिरफ्तार किया था। नवादा जेल ब्रेक कांड, शेखपुरा के मनीपुर नरसंहार, विधायक पर बम हमला सहित इसी तरह के कई मामलों में भागलपुर कारागार में बंद अशोक महतो पूरे 17 वर्ष के बाद जेल से बाहर कदम रखा है।