हजारीबाग, 3 सितंबर 2024: मंगलवार को 12:15 बजे से 13:30 बजे तक हजारीबाग कोर्ट परिसर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस आयोजन की प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, हजारीबाग से प्राप्त की गई थी। पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग के निर्देशानुसार, पुलिस उपाधीक्षक (सी०सी०आर०) के नेतृत्व में टीम गठित की गई और विधिवत् मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया।
मॉक ड्रिल की शुरुआत कोर्ट परिसर में अचानक हरवे-हथियार से लैस अपराधकर्मी के घुसने की सूचना से हुई। इस स्थिति में त्वरित कार्रवाई हेतु पुलिस टीम को सतर्क किया गया। पुलिस टीम ने पूरे कोर्ट परिसर में सर्च और तलाशी अभियान चलाया, जिसमें जिला पुलिस बल, विशेष शाखा और डॉग स्क्वायड की मदद से 02 छद्म अपराधियों (पुलिसकर्मी) को चिन्हित कर पकड़ा गया। डॉग स्क्वायड की विशेष मदद से यह अभियान और भी प्रभावी हो गया। मॉक ड्रिल की यह पूरी प्रक्रिया वास्तविक जैसी प्रतीत हुई।
इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य सिविल कोर्ट, हजारीबाग न्यायालय परिसर की सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लेना था। इसके साथ ही, सुरक्षा बिन्दुओं की खामियों की जानकारी प्राप्त करना और सिविल कोर्ट, हजारीबाग न्यायालय परिसर में पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था मुहैया कराना था। आपातकालीन आकस्मिक स्थितियों में त्वरित एवं ठोस पहल करने के उद्देश्य से भी यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी।
मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस टीम ने अपनी तत्परता और सतर्कता का परिचय दिया। कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया गया और सुरक्षा बिन्दुओं की खामियों को चिन्हित किया गया। इस मॉक ड्रिल से प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर भविष्य में सुरक्षा व्यवस्था को और भी पुख्ता बनाने के उपाय किए जाएंगे। पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग ने सभी पुलिसकर्मियों की सराहना की और भविष्य में ऐसे मॉक ड्रिल के आयोजन को आवश्यक बताया।
हजारीबाग जिला पुलिस द्वारा आयोजित इस मॉक ड्रिल ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया। इस मॉक ड्रिल ने पुलिस बल की तत्परता, सतर्कता और समर्पण को प्रदर्शित किया है, जो भविष्य में आपातकालीन स्थितियों से निपटने में सहायक सिद्ध होगी।