एनएमसीएच के डायरेक्टर निलंबन वापस नहीं होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रीय आईएमए और बिहार IMA ये जो संगठन है, वो डॉक्टर के लिए बने हैं। तो वो डॉक्टर का ही पक्ष रखेंगे। लेकिन जो गलत डॉक्टर है उसको तो प्रमोट नहीं करेंगे ना।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मेरा सवाल है कि आईएमए तब क्यों चुप थी, जब 705 डॉक्टर बिना किसी सूचना के ड्यूटी से गायब थे। इनमें से कई तो दस साल से ड्यूटी पर नही गए। उन्होंने तब क्यों अपने डॉक्टरों पर खुद से कार्रवाई नहीं की। आईएमए को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि गलत करनेवाले डॉक्टरों का समर्थन नहीं करे।तेजस्वी ने कहा कि जिस अधीक्षक को यह नहीं पता है कि उनके अस्पताल में डेंगू वार्ड कहां है, वहां वह किस प्रकार की व्यवस्था रखते होंगे। ऐसे डॉक्टर को बचाने के लिए आईएमए सवाल उठा रही है।