“अटल विचार मंच” यशवंत सिन्हा की नई पार्टी का गठन

हजारीबाग – देश के पूर्व केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्री, साथ ही हजारीबाग के पूर्व सांसद यशवंत सिन्हा ने झारखंड की राजनीति में एक नई दिशा देते हुए नई राजनीतिक पार्टी ‘अटल विचार मंच’ का ऐलान किया है। इस नई पार्टी की पहली सदस्यता खुद यशवंत सिन्हा ने ली और जोर देकर कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

प्रेस वार्ता और पार्टी की योजनाएं

हजारीबाग में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान, यशवंत सिन्हा ने अपनी नई पार्टी के उद्देश्यों और योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। इस मौके पर उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले किए, हालांकि उन्होंने झारखंड की वर्तमान हेमंत सरकार पर टिप्पणी करने से बचने की कोशिश की।

यशवंत_सिन्हा का राजनीतिक सफर

यशवंत सिन्हा का राजनीतिक सफर काफी रोचक रहा है। वे भारतीय प्रशासनिक सेवा (#IAS) के अधिकारी रहे हैं और 1990 के दशक में राजनीति में प्रवेश किया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में विदेश और वित्त मंत्री के पद पर रह चुके यशवंत सिन्हा ने 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने का खुलकर विरोध किया था, जिसके बाद उन्होंने बीजेपी को छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए। 2022 में उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता और प्रमुख उपस्थित लोग

इस विशेष कार्यक्रम की अध्यक्षता अटल विचार मंच के वरिष्ठ नेता प्रकाश मिश्रा ने की। मंच संचालन में राजेश सहाय, प्रोफेसर सुरेंद्र सिन्हा, रविंद्र शर्मा, डॉ. मिराज अहमद, शाहनवाज खान, पप्पू कुमार, शैलेंद्र सिन्हा, तलत साबिर उर्फ बाबू खान, सुमन सिंह, छठी देवी, प्रियम्बदा, उमा पाठक, श्वेता सिन्हा, विल्सन निरंजन, विकी सिंह, आलोक टोप्पो, दिलेश्वर गंजू, प्रकाश पासवान, गंगेश्वर प्रसाद मेहता, जगतार सिंह, कृष्ण सिन्हा, विश्वजीत कुमार, दिलीप कुमार डब्बू, जुबेर अहमद, कमाल खान, देवेंद्र सिंह, मनोरंजन कुमार राय, संजय सिंह, अजय कुमार, बबलू सिंह, अनिल उपाध्याय, राजीव श्रीवास्तव, लक्ष्मण लाल, राजा सिन्हा, रणजीत सिंह, प्रोफेसर अनवर खान, अख्तर हुसैन, शमशेर आलम, जफरुल्लाह सादिक, अनीश अंसारी, मुख्तार अंसारी, सैयद इरफान, राशिद अख्तर, मोहम्मद इमरान, मिशू समेत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

पार्टी का उद्देश्य और आगामी योजनाएं

यशवंत सिन्हा ने अपने भाषण में कहा कि उनकी पार्टी झारखंड के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की प्राथमिकता होगी कि झारखंड में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्रों में सुधार हो। यशवंत सिन्हा ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी और प्रशासनिक सुधारों को लागू करेगी।

आगामी विधानसभा चुनाव

यशवंत सिन्हा ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा के आगामी चुनाव में पूरी दमखम के साथ उतरेगी। उन्होंने कहा कि सभी 81 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे और पार्टी का मकसद होगा कि झारखंड की जनता को एक मजबूत और स्थायी सरकार मिले।

इस घोषणा के बाद से झारखंड की राजनीति में हलचल मच गई है और सभी राजनीतिक दल इस नए राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। यशवंत सिन्हा की नई पार्टी ‘अटल विचार मंच’ के ऐलान से आगामी विधानसभा चुनावों में एक नई जंग की उम्मीद की जा रही है।

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