

हजारीबाग: झारखंड में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए हजारीबाग में आरटीओ कार्यालय के क्लर्क विकास कच्छप को छह हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। फिलहाल, एसीबी इस मामले की आगे की जांच कर रही है।
परमिट रिनुअल के लिए मांगी थी रिश्वत
प्राप्त जानकारी के अनुसार, क्लर्क विकास कच्छप ने राज कुमार नामक व्यक्ति से परमिट रिनुअल कराने के लिए छह हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। आवेदक विजय नामक बस संचालक का मालिक है और उनकी बस रांची-देवघर मार्ग पर चलती है। विजय ने इस रिश्वत को देने से मना कर दिया और एसीबी हजारीबाग को शिकायत दर्ज कराई।
एसीबी की योजना और गिरफ्तारी
शिकायत मिलने के बाद, एसीबी ने मामले का संज्ञान लिया और जांच शुरू की। सत्यापन के बाद, एसीबी ने जाल बिछाया और विकास कच्छप को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद, आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
कानूनी कार्रवाई और आरोपी का निवास
गिरफ्तारी के बाद, हजारीबाग थाना में विकास कच्छप के खिलाफ कांड संख्या 11/24 के तहत मामला दर्ज किया गया। जानकारी के अनुसार, विकास कच्छप हिनू, डोरंडा थाना क्षेत्र का निवासी है।
समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ संदेश
इस कार्रवाई से हजारीबाग और आस-पास के क्षेत्रों में एसीबी की सक्रियता और सख्ती का स्पष्ट संदेश गया है। एसीबी की इस प्रकार की कार्रवाई से न केवल भ्रष्ट अधिकारियों में भय उत्पन्न हो रहा है, बल्कि आम जनता का विश्वास भी बढ़ रहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
झारखंड सरकार का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान
झारखंड सरकार और एसीबी की सक्रियता से राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश गया है। इससे भविष्य में ऐसे मामलों की संख्या में कमी आने की उम्मीद है और जनता को यह भरोसा है कि भ्रष्टाचार के मामलों में दोषियों को उचित सजा मिलेगी।
इस प्रकार की कार्रवाई से सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और ईमानदारी बढ़ाने में मदद मिल रही है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जनता और सरकार का सहयोग एक महत्वपूर्ण कदम है।
चीफ रिपोर्टर मेराज खान वारसी