
हजारीबाग में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान का शुभारंभ: एक सामाजिक परिवर्तन की ओर कदम
अभियान को नया समाहरणालय परिसर से उपायुक्त महोदया द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
“हजारीबाग को उड़ता पंजाब बनने से बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी” – हेल्पिंग इंडिया ट्रस्ट





हजारीबाग, झारखंड: समाज को नशे की चपेट से मुक्त कराने और युवाओं को एक सुरक्षित भविष्य देने के उद्देश्य से हजारीबाग जिला प्रशासन और हेल्पिंग इंडिया ट्रस्ट के संयुक्त प्रयास से एक नशा मुक्ति जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान को नया समाहरणालय परिसर से उपायुक्त महोदया द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह अभियान सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के लिए एक नई उम्मीद है, जो आने वाले समय में हजारीबाग को नशामुक्त जिला बनाने में सहायक साबित होगा।
हजारीबाग, जो अपनी ऐतिहासिक विरासत और शैक्षिक वातावरण के लिए जाना जाता है, हाल के वर्षों में नशे की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। युवाओं में नशे की लत एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुकी है, जिसके चलते अपराधों में भी बढ़ोतरी देखी गई है। इस समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने हेल्पिंग इंडिया ट्रस्ट के सहयोग से एक व्यापक अभियान शुरू किया है, जिसमें शिक्षा, जागरूकता, पुनर्वास और कानूनी पहलुओं को शामिल किया गया है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना, उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना और पुनर्वास केंद्रों के माध्यम से उन लोगों की मदद करना है, जो पहले से नशे के शिकार हो चुके हैं।
कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर जिला प्रशासन और सामाजिक संगठनों से जुड़े कई महत्वपूर्ण व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें उपायुक्त महोदया, कटकमसांडी पूर्वी जिला परिषद (प्रतिनिधि) सह नशा मुक्ति संरक्षक मनीष ठाकुर, गुरुकुल कोचिंग संस्थान के संस्थापक सह नशा मुक्ति केंद्र संरक्षक जे.पी. जैन, नशा मुक्ति केंद्र संरक्षक सह शमा लाइब्रेरी ट्रस्ट के सचिव मो. मुस्तकिम उर्फ (मंडुल) प्रमुख थे।
इसके अलावा हेल्पिंग इंडिया ट्रस्ट के अध्यक्ष शाहिद हुसैन, उपाध्यक्ष काशिफ अदीब, पवन कुमार सौरभ, अखिलेश कुमार पांडेय, ट्रस्ट के सचिव शाहिद रजा, समाजसेवी कामिल अख्तर, समाजसेवी मो. सैफ अली, नज़रुल्लाह, उस्मान कादरी, इशाक, अख्तर हुसैन, एहतेशाम आलम, हरहद मुखिया प्रतिनिधि मो. शमशेर, मो. राजा, मो. इमरान, तजम्मुल हुसैन, मो. मेराज वारसी, प्रेम कुमार समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार रखे और इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
इस अभियान का प्रमुख संदेश “हजारीबाग को उड़ता पंजाब बनने से बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी” रहा। यह संदेश सीधे तौर पर समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य करेगा। एक ओर जहां नशे के कारण पंजाब में युवाओं की पूरी पीढ़ी बर्बाद हो चुकी है, वहीं हजारीबाग प्रशासन और सामाजिक संस्थाएं इस समस्या को शुरू में ही रोकने के लिए प्रयासरत हैं।
कार्यक्रम में सुफिया नाज़ की भूमिका भी सराहनीय रही, जिन्होंने अपने विचारों और समर्थन से इस अभियान को और अधिक प्रभावशाली बनाया। इस अभियान में नेहाल अहमद की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही, जिन्होंने इस मुहिम को गति देने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा झोंक दी। उनके नेतृत्व और समर्पण ने कई युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकलकर एक सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
भविष्य की योजनाएं और संकल्प
इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कई योजनाएं तैयार की गई हैं, जिनमें— स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम, नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना और विस्तार, सामुदायिक भागीदारी और माता-पिता की भूमिका पर कार्यशालाएं, पुलिस प्रशासन और सामाजिक संगठनों के संयुक्त प्रयास, नशे के खिलाफ कठोर कानूनों का सख्ती से पालन
इसके अलावा, इस अभियान के तहत हर महीने एक विशेष जनसंवाद आयोजित किया जाएगा, जिसमें नशे से उबर चुके लोगों की कहानियां साझा की जाएंगी, ताकि अन्य युवा उनसे प्रेरणा ले सकें।
चीफ रिपोर्टर मेराज खान