जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला 2025 का हुआ आयोजनयुवा अपने स्किल के अनुसार ही करें रोजगार का चयन: उपायुक्त


जिला स्तरीय रोजगार मेला में कुल 1820 युवक, युवतियां को पंजीकृत किया गया
719 को किया गया शॉर्टलिस्ट, जिनमें 369 युवाओं का चयन कर उन्हें रोजगार से जोड़ा गया
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन और रोजगार सृजन के माध्यम से ग्रामीणों को आर्थिक विकास की बढ़ावा मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कौशल विकास के माध्यम से स्वरोजगार को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह बातें उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला 2025 के अवसर पर कही।
चतुर्थ जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार, जेएसएलपीएस के द्वारा शनिवार को स्थानीय पैराडाइज रिजॉर्ट में जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला 2025 का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला 2025 का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय, डीडीसी श्री इश्तियाक अहमद, जेएसएलपीएस पलाश के मुख्य परिचालन पदाधिकारी श्री विष्णु परिदा व अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के माध्यम से 18 से 35 वर्ष तक के युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके युवाओं को उनके प्रशिक्षण के अनुसार अलग-अलग कंपनियों में काम करने का अवसर मिलता है। उपायुक्त ने रोजगार सृजन मेला 2025 में आए सभी युवाओं से कहा कि अच्छे से समझबूझकर अपने स्किल के अनुसार ही रोजगार का चयन करें। उन्होंने जेएसएलपीएस के पदाधिकारियों से कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण बेहतर तरीके से दिया जाए ताकि वह अपने गांव में रहकर ही स्वरोजगार कर जीवन यापन कर सके। जरूरतमंद लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करवाई जाए।
जेएसएलपीएस पलाश के मुख्य परिचालन पदाधिकारी श्री विष्णु परिदा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जेएसएलपीएस, ग्रामीण विकास विभाग की एक संस्था के रूप में लगभग 12 सालों से कार्य कर रही है। जेएसएलपीएस प्रत्येक गांव में समूह बनाकर कार्य करती है। अभी तक लगभग 29 हजार गांव के लगभग 32 लाख दीदियों को जोड़ा जा चुका है। कौशल विकास योजना में अभी तक लगभग 70 हजार लोगों को ट्रेनिंग दिया जा चुका है।
जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री दिव्यदीप सिंह ने कहा कि जेएसएलपीएस बेरोजगार युवाओं को विभिन्न उद्योगों में रोजगार योग्य कौशल प्रदान करके उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करती है। जेएसएलपीएस गरीबी से जूझ रहे परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का कार्य करती है। ग्रामीण महिलाओं को भी आजीविका का साधन देने का काम करती है।
जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला में श्रीमती नैंसी सहाय ने ऑन द स्पॉट सुजीत यादव, आकाश कुमार यादव और निशांत कुमार पासवान को ऑफर लेटर प्रदान की। उपायुक्त ने उत्कृष्ट कार्य करने पर तीन जेआरपी रिंकी कुमारी, गायत्री देवी और पूनम देवी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में केरेडारी के निक्की कुमारी और कटकमदाग के स्नेहा कुमारी ने अपने अनुभव को मंच के माध्यम से साझा की। जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला में लगभग 25 कंपनियों ने अपने स्टॉल लगाए थे। कार्यक्रम में लगभग 1820 आवेदकों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। कार्यक्रम में 719 आवेदक शार्टलिस्ट किए गए जिनमें 369 आवेदकों का चयन कर उन्हें रोजगार से जोड़ा गया।
कार्यक्रम में उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय के अलावे डीडीसी श्री इश्तियाक अहमद, जेएसएलपीएस के मुख्य परिचालन पदाधिकारी श्री विष्णु परीदा, डीपीओ श्री पंकज तिवारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती शिप्रा सिंहा, सामाजिक सुरक्षा के सहायक निदेशक निवेदिता राय, जेएसएलपीएस के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री दिव्यदीप सिंह सहित कई अन्य पदाधिकारी, विभिन्न कॉलेज से आए छात्र एवं छात्राएं, ग्रामीण क्षेत्र के सखी मंडल की महिलाएं एवं बेरोजगार युवक, युवतियां आदि उपस्थित रहे।

चीफ रिपोर्टर मेराज खान वारसी

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