

हजारीबाग पुलिस ने एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव हत्याकांड का खुलासा किया, चार आरोपी गिरफ्तार
हजारीबाग पुलिस ने एनटीपीसी के डिप्टी जनरल मैनेजर (डीजीएम) कुमार गौरव हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
यह घटना 8 मार्च की सुबह करीब 9:30 बजे कटकमदाग थाना क्षेत्र के फतह चौक पर हुई थी, जब अज्ञात अपराधियों ने सरेआम गोली मारकर कुमार गौरव की हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस लगातार कई दिनों से अभियान चला रही थी, जिसमें अब सफलता मिली है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान और उनकी भूमिका:
हजारीबाग रेंज के डीआईजी संजीव कुमार ने जानकारी दी कि इस मामले में चार आरोपी—मिंटू कुमार, राहुल मुंडा, मनोज माली और अजय यादव को गिरफ्तार किया गया है।
मिंटू कुमार: मुख्य शूटर जिसने गोली चलाई थी।
राहुल मुंडा: मोटरसाइकिल चला रहा था।
मनोज माली: घटना से पहले रेकी की थी।
अजय यादव: हथियार सप्लाई करने में शामिल था।
इसके अलावा, पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास कर रही है।
अपराध के पीछे अमन साहू गिरोह का हाथ
डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड के पीछे अमन साहू गिरोह का हाथ है। गिरोह ने क्षेत्र में दहशत कायम करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि अपराधियों ने कुमार गौरव को एक “सॉफ्ट टारगेट” मानकर निशाना बनाया था।
तकनीकी जांच से मिली सफलता
इस मामले के खुलासे में 11 अधिकारी और तकनीकी सेल की टीम शामिल थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया। जांच में यह भी पता चला कि अपराधी पहले 7 मार्च को हत्या की योजना बना चुके थे, लेकिन किसी कारणवश उस दिन वारदात को अंजाम नहीं दे सके। इसके बाद, 8 मार्च को उन्होंने अपनी योजना को अंजाम दिया।
आरोपियों की धरपकड़ के लिए झारखंड के पड़ोसी राज्यों में भी पुलिस की टीमें भेजी गई थीं। फिलहाल, पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
चीफ रिपोर्टर मेराज खान वारसी