जर्मनी में इस साल घरेलू हिंसा के शिकारों में 80 फीसदी से अधिक महिलाएं थीं. वहीं कथित हिंसा करने वालों में लगभग इतने ही पुरुष थे. पारिवारिक मामलों की मंत्री लीसा पाउस ने राजधानी बर्लिन में इस रिपोर्ट को पेश करने के मौके पर कहा, “हर घंटे औसतन 13 महिलाएं अपने करीबी पार्टनर के हाथों हिंसा झेलती हैं. लगभग हर दिन कोई पार्टनर या पूर्व-पार्टनर एक महिला को जान से मारने की कोशिश करता है. लगभग हर तीसरे दिन एक महिला अपने मौजूदा या पूर्व पार्टनर के हाथों जान से मार दी जाती है. यह है सच्चाई. यह भी सच है कि इसके कितने ही शिकार मदद मांगने में भी डरते हैं.”जर्मनी में इस साल घरेलू हिंसा के शिकारों में 80 फीसदी से अधिक महिलाएं थीं. वहीं कथित हिंसा करने वालों में लगभग इतने ही पुरुष थे. पारिवारिक मामलों की मंत्री लीसा पाउस ने राजधानी बर्लिन में इस रिपोर्ट को पेश करने के मौके पर कहा, “हर घंटे औसतन 13 महिलाएं अपने करीबी पार्टनर के हाथों हिंसा झेलती हैं. लगभग हर दिन कोई पार्टनर या पूर्व-पार्टनर एक महिला को जान से मारने की कोशिश करता है. लगभग हर तीसरे दिन एक महिला अपने मौजूदा या पूर्व पार्टनर के हाथों जान से मार दी जाती है. यह है सच्चाई. यह भी सच है कि इसके कितने ही शिकार मदद मांगने में भी डरते हैं.”