उदयपुर.उदयपुर के देवगढ़ के हीरा की बस्सी में मंदिर व भूमि विवाद को लेकर आगजनी का शिकार हुए पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत 6 दिन बाद मौत हो गई.रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। पुजारी की पत्नी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उदयपुर में मोर्चरी के बाहर हुए हंगामे पर मौके पर विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश जोशी ने मृतक के परिजनों को समझाया और प्रकरण की जांच सीआईडी सीबी से करवाने व राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। जानकारी के अनुसार पुजारी नवरत्न उर्फ नौरतनल लाल (70) पुत्र रंगलाल प्रजापत पर मंदिर से हटाने के विवाद के चलते कुछ लोगों ने उन पर व उनकी पत्नी जमना देवी पर पैट्रोल डालकर आग लगा दी थी।
दंपती 80 फीसद से ज्यादा झुलस गए। इसके बाद से पुजारी दम्पती एमबी चिकित्सालय में भर्ती थे। मामले ने जब तूल पकड़ा तो संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, आईजी प्रफुल्ल कुमार चिकित्सालय पहुंचे व चिकित्सकों से बात कर ईलाज की जानकारी ली थी। आईजी ने देवगढ़ थानाधिकारी और कामली घाट चौकी प्रभारी एसआई को निलंबित कर दिया। पुुलिस इस प्रकरण में कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।