नई दिल्ली : पिछले दिनों खबरें आई थीं कि चीन का एक जासूसी जहाज श्रीलंका (Sri Lanka) पहुंचा है। इस घटनाक्रम के बीच ही श्रीलंकाई मीडिया ने जानकारी दी है कि भारत की इंटेलीजेंस एजेंसी रॉ (RAW) के मुखिया समंत कुमार गोयल श्रीलंका पहुंचे हैं। उनके इस हाई-प्रोफाइल दौरे के बारे में मीडिया ने बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
रॉ चीफ ने श्रीलंका की सरकार से क्या बातचीत की, इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है। लेकिन सूत्रों की मानें तो गोयल ने सुरक्षा से जुड़े मसलों को राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के सामने उठाया था जिसमें से एक युआन वांग 5 का मसला भी शामिल था। युआन वांग अंतरिक्ष पर नजर रखने वाला जहाज जो किसी भी सैटेलाइट, रॉकेट और इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल लॉन्चर को ट्रैक कर सकता है। 11 अगस्त को श्रीलंका ने इस जहाज को त्रिनकोमाली बंदरगाह पर रुकने की मंजूरी दी थी। लेकिन भारत के विरोध के बाद उसे एंट्री नहीं मिली।
भारत ने हिंद महासागर में इस जहाज की मौजूदगी पर चिंता जताई जा चुकी है। ये जहाज सैटेलाइट्स को ट्रैक कर सकता है और साथ ही इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) का पता भी लगा सकता है। ये ज हाज युआनवांग क्लास का जहाज है। इसका वजन करीब 23,000 टन है और इस पर 400 नौसैनिकों का क्रू आसानी से आ सकता है।
भारत ने हमेशा से ही श्रीलंका में चीन की मौजूदगी पर आशंका जाहिर की है। भारत की आपत्ति पर चीन ने पलटकर जवाब दिया था। चीन ने भारत का नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि कुछ खास देश चीन की वैज्ञानिक खोज को सफल होते नहीं देखना चाहते हैं और सामान्य संपर्क में बाधा डाल रहे हैं। साथ ही वो चीन और श्रीलंका के बीच आपसी सहयोग को भी प्रभावित कर रहे हैं।