नेपाल.नेपाल में एक एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट बनाने के ठेके को लेकर चीनी कंपनी पर रोक लगा दी गई है। भारतीय कंपनी ने इसमें पारदर्शिता को लेकर नेपाली सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।मामले के जानकारों का कहना है कि कोर्ट ने भारत की ऐफकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने नेपाल के सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। कंपनी ने प्रोजेक्ट की बिडिंग में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाए थे। नेपाल आर्मी तेराई-मधेश एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट बनवा रही है। यह प्रोजेक्ट संवेदनशील इसलिए है क्योंकि इसका एक हिस्सा भारतीय सीमा के पास है।सितंबर में जब बिडिंग हुई थी तब केवल पांच कंपनियां थीं जिनमें से चार चीनी और एक भारतीय थी। बाद में 6 नवंबर को चाइना फर्स्ट हाइवे इंजिनियरिंग को भी शामिल कर लिया गया और उसे विजेता बना दिया गया। जबकि यह कंपनी पहले की पांच कंपनियों में शामिल नहीं थी। इस दौरान नेपाल आर्मी का वह अधिकारी भी बदल गया जो कि इस प्रोजेक्ट को संभाल रहा था।