मुंबई.रितेश देशमुख और उनकी पत्नी जेनेलिया अपनी कंपनी को लेकर मुश्किल में आ गए हैं. महाराष्ट्र के मंत्री अतुल सावे ने बुधवार को कहा कि रितेश देशमुख और उनकी पत्नी जेनेलिया की कृषि-प्रसंस्करण कंपनी को मिले लोन को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं.राज्य के बीजेपी नेताओं ने ये आरोप भी लगाया था कि कंपनी ने 4 अक्टूबर 2021 को पंढरपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक से लोन की अर्जी डाली थी. इसके बाद बैंक ने 27 अक्टूबर को 4 करोड़ रुपये का लोन अप्रूव किया था. कंपनी ने लातूर डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक से 61 करोड़ रुपये का लोन लेने के लिए अर्जी डाली थी. ये भी 27 अक्टूबर को अप्रूव हुई. इसके बाद इसी बैंक से 55 करोड़ रुपये का लोन 25 जुलाई 2022 को लिया गया था.
राज्य के सहकारिता मंत्री अतुल सावे ने इस बारे में बताया, ‘हमारे भाजपा के लातूर जिला अध्यक्ष गुरुनाथ मागे ने एक पत्र लिखकर मुद्दे को उठाया था. मुझे एमआईडीसी के बारे में कुछ भी पता नहीं है. लेकिन मैंने जांच के लिए आदेश दिया है जिसमें पता लगाया जाए कि क्या इसमें कोई अनियमितता थी.’