Ranchi: झारखंडी युवाओं बेरोजगारों तथा जेपीएससी के उम्मीदवारों को भाजपा आजसू के विधायक भानु प्रताप शाही, नवीन जयसवाल , लंबोदर महतो उकसा कर इन लोगों को पुलिस से पिटवाने का काम कर देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को बदनाम करने का खेल और षडयंत्र रचने का कार्य किया है. जिसका झारखंडी सूचना अधिकार मंच कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता है और सभी युवाओं बेरोजगारों तथा जेपीएससी के उम्मीदवारों से अपील करता है कि वह भाजपा एवं आजसू के विधायकों के बहकावे एवं झांसे में ना आएं और अपना आंदोलन को शांतिपूर्ण संवैधानिक तरीके से जारी रखें. ताकि आप सबों के साथ न्याय किया जा सके जिसकी मंच को उम्मीद है कि जल्द ही हेमंत सोरेन की सरकार आप के समर्थन में फैसला लेने का कार्य करेगी और सातवीं एवं दसवी जेपीएससी के परीक्षा रिजल्ट के विवाद को समाप्त करेगी.
उपरोक्त बातें आज झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष हटिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने युवाओं बेरोजगारों तथा जेपीएससी के उम्मीदवारों पर लाठी चार्ज किए जाने पर अपने प्रतिक्रिया में कहीं.
इन्होंने लाठीचार्ज किए जाने की घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कड़े शब्दों में इसकी निंदा किया है तथा इस लाठीचार्ज प्रकरण की अविलंब न्यायिक जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग हेमंत सोरेन से किया है और उनसे अनुरोध किया कि वे झारखंडी युवाओं बेरोजगारों तथा जेपीएससी के उम्मीदवारों के भावनाओं को समझें और उनके संवैधानिक जायज मांग को पूरा करें तथा भाजपा के राज में जेपीएससी की जो गरिमा साख गिरी थी. उसे बचाने की दिशा में अविलंब घोटाला के आरोपी जेपीएससी के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को तत्काल रूप से हटाने की दिशा में कार्य कर अपना एक आदर्श प्रस्तुत करें.
विजय शंकर नायक ने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा की पूर्ववर्ती सरकारों ने जेपीएससी को लूट एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बना कर झारखंडी युवाओं बेरोजगारों तथा जेपीएससी के उम्मीदवारों के नौकरियों को पैसा के बल पर बेचने का कार्य किया था. जो मेघा घोटाला किया था अब यह परंपरा अविलंब बंद की जानी चाहिए और जेपीएससी को एक आदर्श इमानदार संस्था के रूप में विकसित किया जाना चाहिए. ताकि जेपीएससी के पुराने पापों को धोया जा सके और झारखंडी युवा बेरोजगारों तथा जेपीएससी के उम्मीदवारों के कसौटी में खड़ा उतारा जा सके इसके लिए हेमंत सोरेन विशेष फोकस करें ताकि इन वर्गों को न्याय मिल सके.