भारतीय रिजर्व बैंक पिछली कुछ तिमाही मौद्रिक समीक्षा नीति में रेपो रेट में बढ़ोतरी करते आ रहा है. हाल ही में आरबीआई ने 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी ब्याज दरों में की और ये पांचवीं बार रेपो रेट में इजाफा किया गया था. इसका असर जैसा की माना जा रहा था कि कई बैंकों ने अपने लोन को महंगा किया और इसका सीधा असर लोगों की ईएमआई (EMI) पर पड़ा. कुछ बैंकों ने एफडी की ब्याज दरों में इजाफा किया.
कंपनी ने साइट पर बताया है कि 7 दिन से 45 दिन के निवेश पर दिए जाने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं किया गया है. साथ ही 46 दिन से 179 दिनों की एफडी पर भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. साथ ही 180 दिनों से लेकर 210 दिनों तक की एफडी पर मिलने वाली ब्याज की दरें भी यथावत ही रखी गई हैं. लेकिन, 211 दिनों से लेकर एक साल से कम की एफडी पर ब्याज दर में दोनों ही वर्ग में बढ़ोतरी की गई है. सामान्य लोगों के लिए यह दर 5.50 से 5.75 प्रतिशत सालाना कर दी गई है वहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी इसी अवधि में 6.00 प्रतिशत से 6.25 प्रतिशत सालाना कर दिया गया है.