बड़कागढ़ रैयत जनमंच लड़ेगी एचइसी विस्थापितों की हक की लड़ाई

Ranchi: अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जी की आदमकद प्रतिमा के समक्ष बड़कागढ़ रैयत जनमंच की एक बैठक कार्यकारी अध्यक्ष मोख्तार अंसारी की अध्यक्षता हुई। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई। आज राज्य के सभी अमर शहीदों के सम्मान  में अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जी की आदमकद प्रतिमा के समक्ष दीये  जलाए गए एवं सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बैठक में एचईसी को रैयतों के द्वारा जो भूमि कारखाना लगाने हेतु दी गयी थी वहां कारखाना लगी भी लेकिन बहुत सारी भूमि खाली रह गयी थी। आज उसी जमीन को एचईसी मालिक बन कर बेच रही है, जो सरासर गलत है। विस्थापितों ने जमीन बेचने के लिए नही दी थी। भूमि अधिग्रहण कानून भी कहता है कि जो जमीन खाली है उसे रैयतों को वापस की जानी चाहिए। अगर इस भूमि को सरकार को या अन्य संस्थानों को बिक्री की जा रही है तो उसे रैयतों के माध्यम से ही बिक्री की जाए। विस्थापितों के गांव को विकसित करने का जो वादा कभी एचईसी ने कही थी वो आज भी अधूरा है। एचईसी की खाली जमीन जो नियमतः रैयतों की है उसे अतिक्रमित किया जा रहा है। आज भी एचईसी के विस्थापित रैयत बेरोजगार है और रोजी रोटी के लिए दर दर भटक रहे है। बड़कागढ़ रैयत जनमंच इन विस्थापित रैयतों के हक की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है। बड़कागढ़ रैयत जनमंच बहुत जल्द अपनी मांगों को लेकर धरना देने की एक कार्ययोजना बनायी है।

बैठक में संगठन के संरक्षक एवं प्रत्यक्ष उतराधिकारी अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव ठाकुर नवीन नाथ शाहदेव, मोख्तार अंसारी, सूरज नाथ शाहदेव, चंदन जी, जयकिशन राम, राहुल शाहदेव, परवेज खान, इंदर गोप, अनवारुल हक, अमरुल होदा, सुधीर कुमार, गुप्तेश्वर सिंह, गौरव कुमार, मंगरा उरांव, सोमरा तिर्की, चतुर बड़ाईक सहित कई सदस्य उपस्थित हुए।

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