विश्व का एक सबसे रहस्यमय खुफिया संगठन,जो सैकड़ों सालों से एक राज बना हुआ है !! इसका नाम है ‘इलुमिनाती’ ओर जन्मस्थली जर्मनी है. यह खुफिया संगठन सरकारी नहीं है, इसको कौन चलता है आज तक किसी को पता नहीं है. कहा जाता है कि 1963 को अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की हुई हत्या में भी इसी रहस्यमय संगठन का हाथ था.

Balajee news : विश्व में लगभग हर देश की कोई न कोई खुफिया एजेंसी जरूर है. जैसे भारत में रॉ R&AW है, इजरायल में मोसाद, अमेरिका में CIA और ब्रिटेन में MI-6 है. इन सभी खुफिया संगठनों का काम बहुत ही कठिन ओर सनसनीखेज है, ओर अपने अपने देशों के लिए अहम होता है. हालांकि इन संगठनों में काम करने वाले एजेंट्स के बारे में बाहरी लोगों को कुछ पता नहीं होता है. कहा जाता है कि एक ऐसा ही खुफिया संगठन है इलुमिनाती. दुनिया के अधिकतर लोगों ने तो इसका नाम भी नहीं सुना होगा, इसके बारे में जानना तो दूर की बात है. दरअसल, इसे दुनिया का सबसे रहस्यमय खुफिया संगठन माना जाता है, जो सैकड़ों सालों से एक राज ही बना हुआ है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18वीं सदी में इलुमिनाती एक महत्वपूर्ण खुफिया संगठन था, जिसके बारे में कहा जाता है कि आज भी यह सक्रिय है इस दुनिया के कई देशों में इसके एजेंट्स फैले हुए हैं. इसके अलावा समय समय पर इस संगठन की खुफिया बैठकें भी होती रहती हैं, जिसके बारे में कोई नहीं जानता !! आज भी अगर दुनिया में कोई बड़ी घटना घटती है और उसके बारे में पहले से किसी को कुछ पता नहीं होता है तो बहुत से ऐसे लोग हैं, जो ये कह देते हैं कि इस घटना के पीछे इलुमिनाती का हाथ था !! 18वीं सदी में फ्रांस में हुई क्रांति के पीछे भी इलुमिनाती का ही हाथ बताया जाता है. इसके अलावा कुछ लोग ऐसा भी मानते हैं कि 22 नवंबर 1963 को अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की हुई हत्या में भी इसी रहस्यमय संगठन का हाथ था !! हालांकि सच्चाई तो कोई नहीं जानता. यह आज भी रहस्य ही बना हुआ है कि उनकी हत्या किसने और क्यों करवाई थी !?

इस रहस्यमय खुफिया संगठन की शुरुआत वर्ष 1776 में जर्मनी के एक छोटे से शहर इंगोल्स्ताद में हुई थी और इसकी शुरुआत इंगोल्स्ताद यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर एडम वीशॉप्ट ने की थी. उस समय इसका नाम ‘ऑर्डर ऑफ इलुमिनाती’ रखा गया था. कहा जाता है कि इस संगठन को बनाने का उद्देश्य एक ‘नई दुनिया’ की स्थापना करना था, ऐसी दुनिया, जिसमें सभी को बराबरी का हक मिले और जिसमें जाति-धर्म की कोई दीवार न हो !! हालांकि खुफिया तरीके से बने इस संगठन के बारे में बाद में स्थानीय सरकार को पता चल गया था, जिसके बाद प्रोफेसर एडम वीशॉप्ट को दूसरे शहर भेज दिया गया था, ताकि ऑर्डर ऑफ इलुमिनाती खत्म हो जाए, लेकिन कहा जाता है यह संगठन नाम मात्र के लिए तो खत्म हो गया था, पर यह आज भी यह संगठन बहुत ज्यादा सक्रिय है !! यह जो तस्वीर मैंने पोस्ट किया है, वह ‘इलुमिनाती’ खुफिया संगठन का लोगो है, 1776 में पहली बार इसी लोगो की एक मात्र तस्वीर ली गई थी. उसके बाद इसका ओर कोई लोगो को किसी ने देखा नहीं है…

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