नेपाल में हुए आम चुनावों के बाद किसी भी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिला था. लेकिन एक नाटकीय घटनाक्रम में विपक्षी सीपीएन-यूएमएल और अन्य छोटे दल रविवार (25 दिसंबर) को ‘प्रचंड’ को अपना समर्थन देने पर सहमत हो गये और इसके साथ ही प्रचंड का तीसरी बार पीएम बनना तय हो गया. दहल ने राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें अपनी पीएम उम्मीदवारी का आवेदन सौंपा।
दहल ने नेपाल के राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उन्हें पीएम पद के लिए निर्दलीय सांसदों समेत 169 सांसदों का समर्थन हासिल है। इसके बाद राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को नेपाल का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। नेपाल राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के पुष्प कमल दहल कल शाम 4 बजे (स्थानीय समयानुसार) नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।