स्वास्थ्य मंत्री की लापरवाही को झारखंडी सूचना अधिकार मंच कतई बर्दाश्त नहीं करेगा: विजय शंकर नायक

रांची: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पैसा बचाने के नाम पर जनता के स्वास्थ्य और उनके जीवन से खिलवाड़ करने के कार्य को झारखंडी सूचना अधिकार मंच कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। करोना के नए वेरिएंट पहचान को लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन जल्द से जल्द तत्काल खरीदारी किया जाए अन्यथा एक सप्ताह के अंदर खरीदारी नहीं की गई तो झारखंडी सूचना अधिकार मंच सड़क पर उतर कर बाध्य होकर आंदोलन करने का कार्य करेगा।

           उपरोक्त बातें आज झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष सह हटिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने आज कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि ओमीक्रोन के बढ़ते मामले को लेकर जहां पूरे देश में सख्ती बरती जा रही है सभी राज्य इससे निपटने के लिए दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं कई राज्यों ने तो एहीतयात बरतने के क्रम में नाइट कर्फ्यू लगा रहे हैं और पार्टी तथा लोगों के भीड़-भाड़ पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाकर सामाजिक गतिविधियों पर पाबंदी लगा रही है और झारखंड में दो मेडिकल कॉलेज एमजीएम एवं रिम्स ने आज से 8 माह पूर्व ही जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन की खरीदारी के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी तो क्या स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कुंभकरण की नींद में सोए हुए थे इसका जवाब जनता को बताना चाहिए की इतने माह बीत जाने के बाद भी मशीन की खरीदारी क्यों नहीं की गई उस समय उन्हें पैसा बचाने की बात नहीं सोची थी । यह तो वही कहावत को चरितार्थ कर रहा है कि भोज के दिन मंत्री जी कोहड़ा रोप रहे हैं । आज जब झारखंड की जनता के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन की अति आवश्यकता है तो यह पैसा बचाने की बात कर जनता को गुमराह कर अपनी की गई गलती को छुपाने का कार्य कर रहे हैं।
          
        विजय शंकर नायक ने आगे कहा की जीनोम मशीन नहीं रहने के कारण राज्य में करोना के नए वेरिएंट की पहचान नहीं हो पा रही है जबकि संक्रमित दूसरे राज्यों से लोग लगातार झारखंड पहुंच रहे हैं यहां जांच में उनमें करोना संक्रमण की पुष्टि भी हो रही है इससे संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है । देश में ओमीक्रोन के मामले अचानक बढ़ते जा रहे हैं 1 दिन में सर्वाधिक 156 मामले तक आ रहे हैं संक्रमितो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है । झारखंड भी इससे अछूता नहीं है राज्य में 477 एक्टिव केस हो चुके हैं कोडरमा और रांची पुनः सेंटर प्वाइंट बनते जा रहे हैं और तो और इन सबके बीच रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर रैपिड एंटीजन किट से जांच नहीं हो पा रही है क्योंकि राज में अब तक यह किट खत्म हो चुका है । दूसरी ओर भुनेश्वर में भेजे जा रहे हैं सैंपल की जांच भी त्वरित गति से नहीं हो पा रही है क्योंकि अब वहां भी बैकलॉग होता जा रहा है जो राज्य की जनता के लिए हित में नहीं ।
       
        विजय शंकर नायक ने आगे यह भी कहा कि अब तक 19  राज्य व केंद्र शासित प्रदेश इस संक्रमण के चपेट में आ चुके हैं ऐसे में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्य की जनता के स्वास्थ्य हितों की अनदेखी कर कोताही बरतने का कार्य कर रहे हैं जो क्षमा योग्य नहीं है। यह राज्य की जनता का कितना दुर्भाग्य है कि अभी तक इस राज्य में इसकी जांच के लिए मशीन एवं कीट तक उपलब्ध नहीं है। इन्होंने राज्य के एवं देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से अपील एवं आग्रह किया कि वे अविलंब इस दिशा में हस्तक्षेप करने का कार्य कर स्वास्थ्य विभाग की अविलंब समीक्षा करें और आने वाले संकटों से राज्य की जनता को बचाने की दिशा में सकारात्मक ठोस पहल करें तथा नाइट कर्फ्यू,पार्टी, सामाजिक गतिविधियां पर रोक लगाने पर पुनः विचार करें ताकि राज्य की जनता सुरक्षित एवं भयमुक्त हो सके।

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