ऐसे खुली पोलचीन में कोरोना से मरे कई सेलिब्रिटी, आंकड़े छिपा रहा ड्रैगन; ऐसे खुली पोलअब, चीनी शख्सियतों की मौत के आंकड़ों को सार्वजनिक किया जा रहा है। 40 वर्षीय ओपेरा सिंगर चू लानलान की पिछले महीने हुई मौत ने कई लोगों को झकझोर कर रख दिया।चीन में कोरोना से मरे कई सेलिब्रिटी, आंकड़े छिपा रहा ड्रैगन; ऐसे खुली पोलचीन ने अब मौतों की गणना का अपना तरीका बदल दिया है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में अब केवल निमोनिया जैसी सांस की बीमारी से मरने वालों की गिनती की जा रही है। बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी थी कि चीन देश में कोविड के असली आंकड़ों को नहीं दिखा रहा है, खासतौर से मौत के आंकडे पूरी तरह से सच नहीं हैं। लेकिन अब चू लानलन और अन्य लोगों की मौत इस ओर इशारा कर रही है कि चीन ने आधिकारिक आंकड़े दिखाए हैं संख्या उससे कहीं ज्यादा हो सकती है। विशेषज्ञ समाचार वेबसाइट ओपरावायर के अनुसार, चू लानलन एक स्वर में गाने वाली सिंगर (सोप्रानो) थीं। वे पेकिंग ओपेरा माहिर थीं। पेकिंग ओपेरा एक नाट्य कला है जिसमें कलाकार कहानियों को बताने के लिए भाषण, गीत, नृत्य और युद्ध आंदोलनों का इस्तेमाल करते हैं। वे धर्मार्थ कारणों में भी शामिल थीं।इसके अलावा, नए साल के दिन अभिनेता गोंग जिंटांग की मौत की खबर ने कई चीनी इंटरनेट यूजर्स को झकझोर कर रख दिया था। 83 वर्षीय गोंग को देश की सबसे लंबे समय तक चलने वाली टीवी सीरीज, ‘इन-लॉज, आउट-लॉज’ में उनके प्रदर्शन के लिए घर-घर जाना जाता था। उन्होंने इस सीरीज में फादर कांग का किरदार निभाया था। उनकी भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी मौत को कोरोना से जोड़ा है। वीबो पर एक यूजर ने लिखा, “आर.आई.पी फादर कांग। इस लहर ने वास्तव में कई बुजुर्गों की जान ले ली है, आइए सुनिश्चित करें कि हम अपने परिवारों में बुजुर्गों की रक्षा करें।”इसके अलावा, चीन के फेमस स्क्रिप्ट राइटर नी जेन भी हाल ही में हुई मौतों में शामिल थे। 84 वर्षीय जेन 1991 की फिल्म राइज द रेड लैंटर्न में अपने काम के लिए पूरे चीन में फेमस थे। इसे चीन की अब तब की सर्वश्रेष्ठ चीनी फिल्मों में से एक माना जाता है। इस बीच पूर्व पत्रकार और नानजिंग विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हू फुमिंग का 87 वर्ष की आयु में 2 जनवरी को निधन हो गया।चीनी मीडिया के आंकड़ों के अनुसार, 21 से 26 दिसंबर के बीच देश की शीर्ष साइंस एंड इंजीनियरिंग अकादमियों के 16 वैज्ञानिकों की मृत्यु हुई। इनमें से किसी भी मौत को चीन ने कोरोना से नहीं जोड़ा। लेकिन ऑनलाइन अटकलें कुछ और ही इशारा कर रही हैं।