जोशीमठ में अधिक मकानों, इमारतों और सड़कों में दरारें आने से हर मिनट महत्वपूर्ण है। चमोली में डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के एक बुलेटिन में कहा गया है कि धंसने वाले घरों की संख्या बढ़कर 678 हो गई है, जबकि 27 और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अब तक 82 परिवारों को शहर में सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
हालात यह हैं कि राहत और बचाव के प्रयासों के लिए स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के कर्मियों को तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स (NDRF) की एक टीम भी स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए स्टैंडबाय पर है।
जिला प्रशासन ने जोशीमठ के असुरक्षित 200 से अधिक घरों पर रेड क्रॉस का निशान लगा दिया है। इनमें रहने वालों को या तो अस्थायी राहत केंद्रों या किराए के आवास में स्थानांतरित करने के लिए कहा गया है। इसके लिए प्रत्येक परिवार को राज्य सरकार से अगले छह महीनों के लिए प्रति माह 4000 रुपये की सहायता मिलेगी।