Balajee News | balajeenews.com | बालाजी न्यूज
  • होम
  • बिहार
  • झारखंड
  • उत्तर प्रदेश
  • भारतवर्ष
  • विश्व
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • शिक्षा
  • राजनीति
No Result
View All Result
  • होम
  • बिहार
  • झारखंड
  • उत्तर प्रदेश
  • भारतवर्ष
  • विश्व
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • शिक्षा
  • राजनीति
No Result
View All Result
Balajee News | balajeenews.com | बालाजी न्यूज
BALAJEE NEWS
No Result
View All Result

ताशकंद में लाल बहादुर शास्‍त्री से जुड़ा वो राज, राज ही राह गया: पुण्यतिथि पर विशेष

11/01/2023
in National, New Delhi, News, Offbits
ताशकंद में लाल बहादुर शास्‍त्री से जुड़ा वो राज, राज ही राह गया: पुण्यतिथि पर विशेष

ताशकंद में भारत और पाकिस्‍तान के बीच 10 जनवरी 1966 में एक समझौते पर हस्‍ताक्षर हुए थे। इसके अगले दिन यानी 11 जनवरी को तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्‍त्री का निधन हो गया था। इसे लेकर दो तरह की बातें कही जाती हैं। एक में कहा जाता है कि उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ था। दूसरी के अनुसार, उन्‍हें जहर दिया गया था।

लाल बहादुर शास्‍त्री। छोटा कद, साफ-सुथरी छवि और सादगी वाला व्‍यक्तित्‍व। वो करीब डेढ़ साल प्रधानमंत्री रहे। उन्‍होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद पीएम पद संभाला था। कुछ हि समय में शास्त्री ने नई ऊंचाइयों को छू लिहा। लेकिन देह के लिए दुर्भाग्य है कि वे पीएम की कुर्सी पर रहते हुए ही कुछ समय बाद उनका भी निधन हो गया। 1966 में आज ही के दिन ताशकंद में उन्‍होंने अंतिम सांस ली थी। उनकी मौत बेहद रहस्‍यमय परिस्थिति में हुई थी। इसमें दो थ्‍योरी सामने सामने आती हैं। एक में कहा जाता है कि उन्‍हें हार्ट अटैक आया था। दूसरी के अनुसार, उन्‍हें जहर देकर मारा गया था। आखिर उस रात क्या हुआ था? ताशकंद में लाल बहादुर शास्‍त्री क्‍या करने गए थे?  स्थितियां कैसी थीं? आइए, यहां शास्‍त्री की पुण्‍यतिथि पर उस काली रात का रहस्‍य जानते हैं जो कभी खुल नहीं पाया।

जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद 9 जून 1964 को शास्‍त्री ने प्रधानमंत्री का पदभार संभाला था। वह करीब 18 महीने तक देश के पीएम रहे। उनके नेतृत्व में भारत ने 1965 की जंग में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। तब अयूब खान पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति थे। नेहरू के निधन के समय भारत और पाकिस्‍तान कश्‍मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के मुहाने पर खड़े थे। अयूब खान फील्‍ड मार्शल थे। अक्‍टूबर 1964 में काहिरा में एक बैठक हुई थी। इसमें शामिल होने के बाद शास्‍त्री कुछ देर के लिए कराची में ठहरे थे। इसी दौरान अयूब खान से उनकी पहली मुलाकात हुई थी। शास्‍त्री से मिलकर अयूब खान कुछ खास प्रभावित नहीं हुए। शास्‍त्री की सादगी को देख तानाशाह ने कश्‍मीर को बातचीत की जगह जबरन हासिल कर लेने का भ्रम पाल लिया था।

जब अयूब खान को गलती का हुआ एहसास


अयूब खान ने अगस्‍त 1965 में घाटी में घुसपैठियों को भेज दिया। धोती पहनने वाले कम कद के भारतीय पीएम को हल्‍के में लेना अयूब को भारी पड़ा। जब पाकिस्‍तानी फौजों ने चंबा सेक्‍टर में हमला किया तो शास्‍त्री ने पंजाब में मोर्चा खोलने की मंजूरी दे दी। भारतीय फौजें लाहौर कूच कर गईं। भीषण संग्राम हुआ। भारत ने पाकिस्‍तान की एकड़ों-एकड़ जमीन कब्‍जे में ले ली थी। अयूब खान को अपनी गलती का एहसास हो चुका था। संयुक्‍त राष्‍ट्र की पहल पर 22 सितंबर से संघर्ष विराम हुआ।

संघर्ष विराम के बाद शुरू होता है ताशकंद का चैप्‍टर

1965 की इस जंग के बाद भारत और पाकिस्‍तान में कई दौर की वार्ता हुई। आखिरकार दिन और जगह तय हुई। समझौते की पेशकश सोवियत संघ के तत्‍कालीन पीएम एलेक्‍सेई कोजिगिन ने की थी। करार में कहा गया था कि भारत-पाकिस्‍तान की सेनाएं जंग से पहले वाली स्थिति पर चली जाएंगी। इसमें युद्धबंदियों की रिहाई के साथ द्विपक्षीय संबंध सुधारने की भी जिम्‍मेदारी तय की गई थी। यह समझौता कहता था कि दोनों देश एक-दूसरे के आंतरिक मसलों से दूर रहेंगे। इसमें आर्थिक और कूटनीतिक रिश्‍ते बहाल करने संबंधी शर्तें भी थीं। इस समझौते के लिए ताशकंद में 10 जनवरी 1966 का दिन तय हुआ था। इसके तहत 25 फरवरी 1966 तक दोनों देशों को अपनी-अपनी सेनाएं सीमा रेखा से पीछे हटानी थीं। समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी की रात में रहस्यमय परिस्थितियों में शास्‍त्री चल बसे।

शास्‍त्री की मौत से जुड़े रहस्‍य

इस समझौते पर हस्‍ताक्षर करने के बाद शास्‍त्री दबाव में थे। इतिहासकार कहते हैं कि पाकिस्‍तान को हाजी पीर और ठिथवाल वापस देने की वजह से उन्‍हें देश में आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। तब वरिष्‍ठ पत्रकार कुलदीप नैयर उनके प्रेस सलाहकार थे। नैयर ने ही शास्‍त्री के निधन की खबर उनके घरवालों को बताई थी। बीबीसी को दिए इंटरव्‍यू में उन्‍होंने कहा था कि हाजी पीर और ठिथवाल को पाकिस्‍तान को दिए जाने से शास्‍त्री की पत्‍नी खासी नाराज थीं। यहां तक उन्‍होंने शास्‍त्री से फोन पर बात करने से भी मना कर दिया था। इस बात से शास्‍त्री को बहुत चोट पहुंची थी। अगले दिन जब शास्‍त्री के गुजर जाने की खबर मिली तो पूरे देश के साथ वह भी सन्‍न रह गई थीं।

नैयर ने अपनी किताब ‘बियान्‍ड द लाइन’ में उस रात की कुछ बातें लिखी हैं। वह बताते हैं कि निधन से पहले शास्‍त्री बेचैन थे। लोगों ने उन्‍हें कमरे में टहलते देखा था। नैयर अपने कमरे में सो रहे थे। किसी ने उनका दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोलने पर एक रूसी महिला खड़ी थी। उसने बताया कि शास्‍त्री की हालत नाजुक है। शास्‍त्री के पास पहुंचने पर उनके नजदीक सोवियत संघ के पीएम एजेक्‍सी खड़े थे। उन्‍होंने ही बताया कि शास्‍त्री गुजर गए हैं। कई लोग जहां दावा करते हैं कि शास्‍त्री जी को जहर देकर मारा गया। तो, तमाम कहते हैं उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।

इस करार पर हस्‍ताक्षर करने के अगले दिन नहीं रहे थे लाल बहादुर शास्‍त्री
हार्ट अटैक या जहर दिया गया, आज तक कायम है उनकी मौत का रहस्‍य

Previous Post

पारसनाथ:-झारखंड के आदिवासी समुदाय ने दावा किया है कि पूरा पारसनाथ पहाड़ हमारा!

Next Post

पाकिस्तानियों के लिये चिकन बिरयानी खाना हुआ सपना

MoreArticles

लोहसिंघना पुलिस की बड़ी सफलता : बिहार-झारखंड में आतंक फैलाने वाला कुख्यात अपराधी दानिश इकबाल गिरफ्तार
Bihar

लोहसिंघना पुलिस की बड़ी सफलता : बिहार-झारखंड में आतंक फैलाने वाला कुख्यात अपराधी दानिश इकबाल गिरफ्तार

06/10/2025
हजारीबाग के प्रधान कैफेटेरिया में रंगीलो रास डांडिया नाइट का होगा भव्य आयोजन
Dharm

हजारीबाग के प्रधान कैफेटेरिया में रंगीलो रास डांडिया नाइट का होगा भव्य आयोजन

20/09/2025
नवाबगंज के हर दिल अजीज कैसर चाचा, जोकि मुहर्रम में इमाम हुसैन की महफिल के लिए सारे शहर में विख्यात थे का रांची के  हॉस्पिटल में दुःखद निधन
Hazaribagh

नवाबगंज के हर दिल अजीज कैसर चाचा, जोकि मुहर्रम में इमाम हुसैन की महफिल के लिए सारे शहर में विख्यात थे का रांची के  हॉस्पिटल में दुःखद निधन

13/09/2025
पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह को कांग्रेस ने सौंपी नई जिम्मेदारी, खूंटी ज़िला के पीसीसी पर्यवेक्षक नियुक्त
Hazaribagh

पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह को कांग्रेस ने सौंपी नई जिम्मेदारी, खूंटी ज़िला के पीसीसी पर्यवेक्षक नियुक्त

23/08/2025
दिशोंम गुरु शिबू सोरेन को मिले “भारत रत्न” समाजसेवी सह पूर्व सांसद प्रत्याशी अभी अभिषेक ने हजारीबाग टुडे से साक्षात्कार में रखी मांग
Education

दिशोंम गुरु शिबू सोरेन को मिले “भारत रत्न” समाजसेवी सह पूर्व सांसद प्रत्याशी अभी अभिषेक ने हजारीबाग टुडे से साक्षात्कार में रखी मांग

07/08/2025
वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह के निधन पर हजारीबाग प्रेस क्लब मे शोक सभा
Hazaribagh

वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह के निधन पर हजारीबाग प्रेस क्लब मे शोक सभा

06/08/2025
नहीं रहे दिशोंम गुरु शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मिडिया हैंडल पर साझा की दुःखद सुचना
Hazaribagh

नहीं रहे दिशोंम गुरु शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मिडिया हैंडल पर साझा की दुःखद सुचना

04/08/2025
दवा या लुट?? हर दवा के दाम को 90 परसेंट % बढ़ा कर आम जनता से क्यों वसूला जाता है?? पूर्व लोकसभा प्रत्याशी एवं झारखण्ड आंदोलन कारी समाजसेवी फहीमुद्दीन उर्फ संजर मलिक ने उठाई आवाज
Crime

दवा या लुट?? हर दवा के दाम को 90 परसेंट % बढ़ा कर आम जनता से क्यों वसूला जाता है?? पूर्व लोकसभा प्रत्याशी एवं झारखण्ड आंदोलन कारी समाजसेवी फहीमुद्दीन उर्फ संजर मलिक ने उठाई आवाज

28/07/2025
Next Post
पाकिस्तानियों के लिये चिकन बिरयानी खाना हुआ सपना

पाकिस्तानियों के लिये चिकन बिरयानी खाना हुआ सपना

लोहसिंघना पुलिस की बड़ी सफलता : बिहार-झारखंड में आतंक फैलाने वाला कुख्यात अपराधी दानिश इकबाल गिरफ्तार

लोहसिंघना पुलिस की बड़ी सफलता : बिहार-झारखंड में आतंक फैलाने वाला कुख्यात अपराधी दानिश इकबाल गिरफ्तार

06/10/2025
हजारीबाग के प्रधान कैफेटेरिया में रंगीलो रास डांडिया नाइट का होगा भव्य आयोजन

हजारीबाग के प्रधान कैफेटेरिया में रंगीलो रास डांडिया नाइट का होगा भव्य आयोजन

20/09/2025
नवाबगंज के हर दिल अजीज कैसर चाचा, जोकि मुहर्रम में इमाम हुसैन की महफिल के लिए सारे शहर में विख्यात थे का रांची के  हॉस्पिटल में दुःखद निधन

नवाबगंज के हर दिल अजीज कैसर चाचा, जोकि मुहर्रम में इमाम हुसैन की महफिल के लिए सारे शहर में विख्यात थे का रांची के  हॉस्पिटल में दुःखद निधन

13/09/2025
पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह को कांग्रेस ने सौंपी नई जिम्मेदारी, खूंटी ज़िला के पीसीसी पर्यवेक्षक नियुक्त

पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह को कांग्रेस ने सौंपी नई जिम्मेदारी, खूंटी ज़िला के पीसीसी पर्यवेक्षक नियुक्त

23/08/2025
दिशोंम गुरु शिबू सोरेन को मिले “भारत रत्न” समाजसेवी सह पूर्व सांसद प्रत्याशी अभी अभिषेक ने हजारीबाग टुडे से साक्षात्कार में रखी मांग

दिशोंम गुरु शिबू सोरेन को मिले “भारत रत्न” समाजसेवी सह पूर्व सांसद प्रत्याशी अभी अभिषेक ने हजारीबाग टुडे से साक्षात्कार में रखी मांग

07/08/2025
वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह के निधन पर हजारीबाग प्रेस क्लब मे शोक सभा

वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह के निधन पर हजारीबाग प्रेस क्लब मे शोक सभा

06/08/2025
  • Editor
  • Contact Us
  • About Us
  • Privacy Policy

© 2025 BALAJEE NEWS Website Design By: Bala Easy

No Result
View All Result
  • होम
  • बिहार
  • झारखंड
  • उत्तर प्रदेश
  • भारतवर्ष
  • विश्व
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • शिक्षा
  • राजनीति

© 2025 BALAJEE NEWS Website Design By: Bala Easy