सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि मैं खुद रोज एक घंटा भजन सुनता हूं. लेकिन योगी जी को तो इसकी फुर्सत ही नहीं होगी. वैसे उन्हें सारे भजन याद होंगे, इसलिए उन्हें सुनने की जरूरत भी नहीं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह बयान आगरा में आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम में दिया. उन्होंने कहा कि जो गलत है, उसका तो विरोध होगा ही.गौरतलब है कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने श्रीराम चरित मानस के खिलाफ टिप्पणी की थी. चंद्रशेखर ने इसे नफरत फैलाने वाला ग्रंथ करार दिया था. इसके बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे को लपक लिया और एक कदम आगे बढ़ते हुए इसपर बैन लगाने की मांग कर दी. मौर्य ने सार्वजनिक बयान में कहा था कि रामचरित मानस में दलितों और महिलाओं के लिए अपमानजनक बातें लिखीं है. हालांकि मौर्य के बयान के बाद बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक और मध्य प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक राजनीति गर्म हो गई. हालांकि अब तक अखिलेश यादव इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहे, लेकिन इस बयान के बाद स्वामी प्रसाद के प्रमोशन ने एक संदेश दिया कि इस बयान पर अखिलेश यादव का समर्थन है.