नेपाल (Nepal) में सरकार अचानक संकट में आ गई है. केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने सोमवार को सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान किया है. इसके बाद प्रधानमंत्री प्रचंड (PM Prachanda) को 26 मार्च तक फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना होगा.
सीपीएन-यूएमएल के डिप्टी चेयरमैन बिशनु पौडेल ने बताया कि तमाम मतभेदों के बावजूद नेपाल में राजनीतिक स्थिरता के लिए हमने सरकार को बचाने और बनाए रखने की पूरी कोशिश की. प्रधानमंत्री ने गठबंधन की सरकार के रास्ते से अलग जाने की कोशिश की है और उनके कारण ही हमने समर्थन वापस लेने का फैसला किया है. विदेश मंत्री की स्विटज़रलैंड की यात्रा को रोकना और उन्हें पद से बर्खास्त करने की बात कही गई. विदेश मंत्री बिमला राय पौडयाल यूएमएल से हैं और वे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के एक उच्च स्तरीय सत्र में भाग लेने के लिए जिनेवा जाने वाली थीं, लेकिन उन्हें यात्रा रद्द करनी पड़ी. उनके स्थान पर अब पांच सदस्यीय नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप प्रधान मंत्री नारायण काजी करेंगे.