मध्यप्रदेश की मंदिरों पर सरकार का नियंत्रण नहीं रहेगा : CM शिवराज

मध्यप्रदेश। “हमने फैसला किया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। मंदिर की जमीनों को नीलाम कलेक्टर नहीं बल्कि पुजारी कर सकेंगे। निजी मंदिरों के पुजारियों को भी सम्मानजनक मानदेय देने की व्यवस्था की जाएगी।” यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ट्वीटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट से बताई गई है।

साथ ही ट्वीट में मंदिरों पर से सरकार के नियंत्रण के हटाने की भी बात लिखी गई है। ट्वीट में मुख्यमंत्री का वीडियो भी है जिसमें उपरोक्त घोषणा है। आपको बता देंवे कि लंबे समय से इस प्रकार की मांग की जा रही थी जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने की है।  मध्यप्रदेश के जनसंपर्क विभाग इसके बारे अधिक विस्तार से नहीं बताया है लेकिन चुनावी वर्ष में यह घोषणा अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

इसके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा है कि समाज में समता एवं समानता लाने की सबसे पहली पहल भगवान श्री परशुराम ने की थी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में श्री परशुराम लोक एवं धाम बनाया जायेगा। साथ ही प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड बनेगा। मुख्यमंत्री चौहान इंदौर जिले के महू विकासखंड में भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में परशुराम जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने यहाँ भगवान श्री परशुराम की पूजा-अर्चना भी की।

उन्होंने कहा, श्री परशुराम, भगवान श्री विष्णु के 6वें अवतार थे। धर्म की रक्षा एवं दुष्टों के नाश के लिये उनका अवतार हुआ था। मध्यप्रदेश धन्य एवं गौरवशाली है कि भगवान श्री परशुराम का जन्म हमारे प्रदेश में हुआ। वे शस्त्र एवं शास्त्र के ज्ञाता थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी जन्म-स्थली जानापाव में 10 करोड़ 59 लाख रूपये के विभिन्न विकास कार्य करवाये जा रहे है। इसके लिये राशि स्वीकृत कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जानापाव में श्री परशुराम लोक एवं धाम बनाने की रूपरेखा विद्वानों एवं प्रशासन के साथ मिल कर बनाई जायेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने जानापाव में चल रहे विकास कार्यों और कराए जाने वाले कार्यों के संबंध में कार्य-योजना की जानकारी भी प्राप्त की।

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