पटना: मंगलवार को बिहार कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा देने की धमकी तक दे दी। दरअसल, हाल के दिनों में सुधाकर सिंह द्वारा दिए गए बयानों पर नीतीश कुमार ने टोका और कहा कि इस तरह का बयान देना ठीक नहीं है। सीएम नीतीश के इतना कहते ही कृषि मंत्री ने पलटकर जवाब दिया।
एबीपी की रिपोर्ट के अनुसार, सुधाकर सिंह ने कहा कि ऐसा है तो मैं इस्तीफा दे देता हूं। 17 साल में पहली बार किसी मंत्री ने सीएम नीतीश को इस तरह धमकी दिया। सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश को सीधा जवाब देते हुए कहा कि मैं जो भी कह रहा हूं, वह सच है। ये सच्चाई है कि कृषि विभाग के सारे अधिकारी चोर हैं और मैं चोरों का सरदार बन गया हूं। बताया जा रहा है कि सुधाकर सिंह के सीधे जवाब से सीएम नीतीश समेत पूरा मंत्रिमंडल थोड़ी देर के लिए सन्न रह गया।
‘जो चलाना है चलाइए, चोरों का सरदार बयान पर कायम’
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के बयान पर पटना में पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा मैं अपने बयान पर अडिग हूं। जो कुछ भी कहा हूं, उस पर कायम हूं। जो स्थिति है, वही मैंने बोला है। मैंने अपने फेसबुक लाइव में ये बोला हूं। आपको (मीडिया) जो चलाना है चलाइए, लेकिन जनता ने मुझे चुनकर भेजा हैं। मैं अपने बयान पर अडिग हूं, इसके अलावा मुझे कुछ भी नहीं कहना है।
नीतीश के टोके जाने पर दिया जवाब
जानकारी के अनुसार मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में मंत्रिमंडल के सभी सदस्य मौजूद थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कैबिनेट की बैठक खत्म होने के बाद नीतीश कुमार ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह से कहा कि आप क्या-क्या बोलते रहे हैं। आपको सोच समझ कर मीडिया के सामने बयान देना चाहिए। इस पर सुधाकर सिंह ने कहा कि वे जो बोल रहे हैं, सही बोल रहे हैं। अपनी बात को वापस नहीं लेंगे। मैंने जो भी कहा है, उस पर कायम हैं और आगे भी रहेंगे।
क्या है मामला
सुधाकर सिंह पीछले तीन दिनों से चर्चे में हैं। रविवार को कैमूर प्रखंड पहुंचे कृषि मंत्री किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि विभाग के लोग चोर हैं और वो उन चोरों के सरदार हैं। इतना ही नहीं, भरे मंच से सुधाकर सिंह ने कहा कि उनके ऊपर भी और कई सरदार मौजूद हैं। सुधाकर सिंह ने कहा कि सरकार वही पुरानी है और इसके चाल-चलन भी पुराने हैं। ऐसे में जनता को लगातार आगाह करना होगा। जिन किसानों को धान की अच्छी खेती करनी होती है, वह बिहार राज्य बीज निगम के धान के बीज तो लेते नहीं है, अगर किसी कारण ले भी लेते हैं, उसे अपने खेतों में नहीं डालते हैं। उन्होंने मंच से कहा कि बीज निगम वाले किसानों को राहत देने की जगह सौ से डेढ़ सौ करोड़ रुपये की चोरी कर लेते हैं।