झारखंड के शिक्षण व्यवस्था के हित में पासवा को अपने कार्यक्षेत्र को बढ़ाने की आवश्यकता – शमायल अहमद
निजी विद्यालयों के हित में कार्य करने वाले एवं आमजनों के हित में काम करने वाले स्कूल के प्रतिनिधियों को विधानसभा एवं लोकसभा में भेजने की आवश्यकता; इस कार्य हेतु पासवा सक्रिय भूमिका निभाने को तैयार – श्यामल अहमद
पासवा ही झारखंड के निजी विद्यालयों की आवाज – आलोक दूबे
झारखंड के शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आरटीई के कठिन शर्तों को निरस्त करें सरकार और ज्यादा से ज्यादा स्कूल खोलने की अनुमति दे सरकार- श्यामल अहमद
29 नवम्बर पूर्वाह्न 11.30 बजे से पुराना विधानसभा सभागार में पासवा का आभार सह अभिनन्दन समारोह होगा,वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव एवं शमायल अहमद होंगे शामिल- आलोक कुमार दूबे
रांची : पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि झारखंड सरकार द्वारा झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर राज्यपाल महामहिम श्री सी पी राधाकृष्णन, झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन एवं झारखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री रविंद्र नाथ महतो द्वारा पासवा यह प्रदेश अध्यक्ष श्री आलोक कुमार दूबे को राज्य के सबसे बड़े सम्मान प्राप्त करने ने इस बात को स्पष्ट कर दिया कि झारखंड में निजी विद्यालयों के हित में और झारखंड के शिक्षण व्यवस्था का सुधार करने के लिए पासवा के कार्य को तो अब सरकार ने भी मान्यता प्रदान कर दी है और यह स्पष्ट कर दिया है कि पासवा ही एकमात्र संस्था है जो विद्यालयों के हित में झारखंड में लगातार कार्य कर रही है और यही कारण है कि पासवा को स्पष्ट तौर पर सरकार द्वारा रिकॉग्निशन प्रदान किया गया है और झारखंड के सबसे बड़े सम्मान से सम्मानित भी किया गया है।

सरकार के स्पष्ट किया है कि पासवा झारखंड के निजी विद्यालयों के हित में कार्य कर रही एकमात्र ऐसी संस्था है जो कोरोना कल में विद्यालय खोलने की बात हो या यहां के बच्चों को मोबाइल इंटरनेट से जोड़कर ऑनलाइन एजुकेशन प्रदान करने की बात हो निजी विद्यालयों के हित में आवाज उठाने की बात हो पासवा के योगदान को कभी बुलाया नहीं जा सकता।
पासवा ने पिछले दिनों झारखंड में लाखों बच्चों को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाया झारखंड में लाखों शिक्षकों को कोरोना काल में सम्मानित कर उन्हें सीमित संसाधन में गुणात्मक शिक्षा देने के लिए उनका मनोबल बढ़ाया और झारखंड की शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ किया। और यही कारण है कि सरकार ने भी उसके महत्व को मान्यता भी प्रदान की।
निश्चित रूप से यह पुरस्कार पासवा के लिए बहुत ही गर्व का पल है। और पासवा को इस ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए पासवा के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार दूबे वास्तव में झारखंड के लाखों निजी विद्यालयों के शिक्षकों के यहां के बच्चों के यहां के शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने की एकमात्र आवाज है।
और यही कारण है कि कल दिनांक 29 नवंबर को एक भव्य समारोह आयोजित कर बसवा की झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष श्री आलोक कुमार दूबे को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।
झारखंड ही नहीं वरन संपूर्ण राष्ट्र में पासवा को दिए गए इस सम्मान और पासवा के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार दूबे को सम्मानित करने पर पासवा के कार्यकर्ताओं के मध्य एक हर्ष की लहर है एक खुशी का वातावरण है और यही कारण है कि संपूर्ण राष्ट्र के पासवा के कार्यकर्ताओं की तरफ से यह आभार सह सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है और वह स्वयं इस गौरवान्वित पल को सम्मानित करने के लिए यहां उपस्थित हैं।
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पासवा के क्रियाकलापों की तारीफ करते हुए कहा कि पूरे देश में कोरोना काल में शिक्षकों अभिभावकों के लिए जो भरोसा पासवा ने कायम किया किया है, स्कूलों के साथ-साथ आम लोगों के हक और हुकक के लिए काम किया है जिसे पूरे देश ने सराहा है और इसी का नतीजा है कि झारखंड की सरकार ने पासवा के प्रदेश अध्यक्ष को सम्मानित कर एसोशिएशन को मान्यता दी है। आम आदमी के अधिकार और उनकी मसाइल के लिए एसोशिएशन उनके बीच जाने का निर्णय लिया है।
देशभर में 2 लाख से अधिक निजी विद्यालय के करोड़ों शिक्षक और अभिभावकों की अपेक्षाएं और विश्वास संगठन से बढ़ गई हैं और इसलिए संगठन अपनी जिम्मेदारियां को भी महसूस करती है। जुलाई 2023 में पुरी के 11 वें पासवा अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर यह निर्णय लिया था कि अगर आवश्यकता पड़ी तो शिक्षा जगत के लिए, उनकी आवाज के लिए और आम लोगों की आवाज बनने के लिए अगर संगठन को चुनाव में भी जाना पड़े तो हम इस जिम्मेदारी से भी पीछे नहीं हटेंगे।खासकर झारखंड राज्य में लगभग हर जिले से लोगों की उम्मीदें एसोशिएशन से बढ़ती जा रही है। झारखण्ड की सरकार ने पासवा को मान्यता दी है तो हम विचार करेंगे शिक्षा को दिशा देने के लिए झारखण्ड के स्कूलों के प्रतिनिधि को लोकसभा,विधानसभा में भेजने का काम करेगी।
सैयद शमायल अहमद ने कहा मैं जानता हूं झारखंड के मुख्यमंत्री काफी लोकप्रिय, ऊर्जावान और शिक्षाप्रेमी हैं।स्कूलों को मान्यता देने के लिए उन्हें लचिला रुख अख्तियार यार करना चाहिए। राज्य में जितने स्कूल खुलेंगे 25 प्रतिशत गरीब बच्चों को एडमिशन हासिल होगा। अगर वह चाहते हैं कि राज्य का एक-एक बच्चा स्कूल जाए तो ज्यादा से ज्यादा स्कूल खोलने के लिए मुख्यमंत्री को अनुमति देनी चाहिए।पासवा के पदाधिकारियों के साथ सरकार बैठक कर स्कूलों को मान्यता देने की घोषणा करे। सरकार को सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों को एक नजरिए से देखना होगा। मान्यता के लिए सरकारी स्कूलों के लिए अलग प्रावधान और निजी विद्यालयों के लिए अलग प्रावधान कहीं से भी उचित व तर्कसंगत नहीं है।
इस प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा कि पुराना विधानसभा सभागार में कल 29 नवंबर को पूर्वाह्न 11:30 बजे से आभार सा अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया है झारखंड सरकार के वित्त मंत्री सा पासवान के मुख्य संरक्षक डॉ रामेश्वर उरांव एवं पासवान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समय अहमद मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल होंगे पास सेवा के राज्य के जिला अध्यक्ष प्रदेश पदाधिकारी एवं वॉलिंटियर्स भी इस कार्यक्रम में उपस्थित होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा अतिथियों का मेजबानी किया जाएगा।