12 जनवरी को दिखेगा हिमयुग के समय का धूमकेतु

50 हजार साल बाद पहली बारधरती की ओर आ रहा है ये हिमयुग के समय का धूमकेतु है.वर्तमान में, धूमकेतु लगभग 188 मिलियन किलोमीटर दूर है। 12 जनवरी को यह सूर्य के सबसे निकट का बिंदु होगा और 1 फरवरी को पृथ्वी के निकट होगा, तब भी यह पृथ्वी से लगभग 41 मिलियन किलोमीटर दूर होगा।यह ध्यान रखना चाहिए कि धूमकेतु सूर्य की अपनी नियमित कक्षा में है। इसका कक्षीय पथ विशाल होना चाहिए क्योंकि यह 50,000 वर्षों के बाद पृथ्वी को छू रहा है।आने वाली 12 जनवरी को C/2022 E3 (ZTF) की सूर्य से दूरी लगभग 16 करोड़ किलोमीटर और 2 फरवरी को पृथ्वी से दूरी 4.2 करोड़ किलोमीटर रह जाएगी। अभी यह धूमकेतु आंतरिक सौर मंडल (inner solar system) से गुजर रहा है। 12 जनवरी को यह सूर्य के सबसे करीब पहुंचेगा और 1 फरवरी और 2 फरवरी के बीच हमारे ग्रह के नजदीक से होते हुए गुजरेगा।यदि हम उत्तरी गोलार्ध में हैं और भोर से पहले स्काईवॉच करते हैं और यदि प्रकाश प्रदूषण स्पॉइलर के रूप में कार्य नहीं करता है, तो कोई व्यक्ति जनवरी में धूमकेतु को नग्न आंखों से देख सकता है.नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) के मुताबिक इस धूमकेतु का पीरियड लगभग 50 हजार साल है। इसका मतलब है कि पिछली बार जब यह धूमकेतु पृथ्‍वी के 4.2 करोड़ किलोमीटर तक नजदीक आया था, तब हमारा ग्रह पुरापाषाण काल में था।

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