नूपुर शर्मा को हैंडगन (शॉर्ट-रेंज वेपन) रखने का लाइसेंस मिला है। इस्लामिक चरमपंथियों से जान का खतरा होने के बावजूद नूपुर को आर्म्स लाइसेंस मिलने की बात लीक क्यों हुई?नूपुर ने पिछले साल मई में कथित टिप्पणी की थी जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। मामले को लेकर दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद समेत कई शहरों में उनके खिलाफ FIR दर्ज है। साइबर सेल ने नूपुर से पूछताछ भी की थी। टीवी डिबेट के फौरन बाद ही उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज की। एक सिक्योरिटी ऑडिट के बाद, स्पेशल सेल और सुरक्षा एजेंसियों ने कई उपाय बताए। नूपुर अब अज्ञात जगह पर रह रही हैं और उन्हें सिक्योरिटी भी मिली है। एक अधिकारी के अनुसार, नूपुर ने हैंडगन (शॉर्ट रेंज वेपन) के लिए अप्लाई किया था जो अब उन्हें मिल गया है।जान पर मंडरा रहे ऐसे खतरे के बीच नूपुर को हथियार रखने का लाइसेंस मिलने की बात लीक कैसे हुई? यह सवाल जरूर पूछा जाना चाहिए। आखिर हर आर्म्स लाइसेंसधारी का नाम यूं पब्लिक में नहीं आता, फिर नूपुर का क्यों? वह भी तब जब उनके सिर पर जिहादी हत्या की तलवार लटक रही है।