अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट आती है और मात्र 9 दिनों में अडानी ग्रुप 45 फीसदी तक ढह जाता है. घटना सामान्य नहीं है. इसलिए अब आरबीआई ने भी अपनी चुप्पी तोड़ दी है. अडानी ग्रुप में निवेश करने वाले बैंकों से कर्ज की जानकारी मांग ली गई है.अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिल रही है. ग्रुप की 10 कंपनियों में से आठ कंपनियों के स्टॉक लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं.वहीं अडानी ग्रुप को 24 जनवरी के बाद से 2 फरवरी को कारोबारी सत्र के दौरान तक 24 फीसदी तक का नुकसान हो चुका है. अडानी ट्रांसमिशन, अडानी इंटरप्राजेज अडानी ग्रीन के मार्केट कैप में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. 24 जनवरी को अडानी ग्रुप कंपनियों का कुल मार्केट कैप 19,16,560.93 करोड़ रुपये था, जो कारोबारी सत्र के दौरान 10,51,802 करोड़ रुपये पर रह गया है.अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पॉवर, अडानी विल्मर और एनडीटीवी ने लोअर सर्किट छू लिया.