ईडी ने नई चार्जशीट में दावा किया है कि आप नेताओं की ओर से विजय नायर ने दिल्ली शराब नीति में लाइसेंस के लिए ”साउथ ग्रुप” से 100 करोड़ रुपए लिए थे. वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस चार्टशीट को फर्जी बताया है.प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक नई चार्जशीट में यह आरोप लगाया है. एजेंसी का आरोप है कि AAP नेताओं की ओर से विजय नायर ने दिल्ली शराब नीति में लाइसेंस के लिए ” साउथ ग्रुप” से एडवांस के तौर पर 100 करोड़ रुपये लिए. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि “साउथ ग्रुप” में तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति की कविता, आंध्र में सत्तारूढ़ वायएसआर कांग्रेस के सांसद एम. श्रीनिवासालु रेड्डी और अरबिंदो फार्मा के शरथ रेड्डी शामिल थे. ईडी ने दावा किया है कि केजरीवाल ने समीर महिंद्रू से कहा था, “विजय मेरा बंदा है, आपको उस पर भरोसा करना चाहिए और उसके कहे अनुसार करना चाहिए.”उधर, ईडी की चार्जशीट में आबकारी नीति का पैसा गोवा में इस्तेमाल किए जाने संबंधी सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, “ED ने 5000 केस फ़ाइल किये होंगे. ED सरकार गिराने और विधायक खरीदने/बेचने के लिए होती है. ED की चार्जशीट पूरा फिक्शन है.”चार्जशीट में केजरीवाल का नाम आरोपी के रूप में नहीं है.आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी की एक निचली अदालत ने कथित दिल्ली आबकारी घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा छह जनवरी को पांच व्यक्तियों और सात कंपनियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया था. ईडी के आरोप पत्र में नामित व्यक्तियों में विजय नायर, पी शरत चंद्र रेड्डी, बिनॉय बाबू, अभिषेक बोइनपल्ली और अमित अरोड़ा शामिल हैं. वहीं, मामले में गिरफ्तार पी शरत चंद्र रेड्डी को 27 जनवरी और अमित अरोड़ा को 30 जनवरी को 14 दिन की अंतरिम जमानत कोर्ट ने मंजूर की थी. दोनों को ही अदालत ने दो लाख रुपए का निजी जमानती बॉण्ड और इतनी ही राशि के मुचलके का निर्देश दिया गया.