सवाल उठता है कि क्या अडानी के गिरते शेयर अभी खरीदने का वक्त है। विशेषज्ञ कहते हैं कि अभी कुछ दिन तो निगरानी करनी पड़ेगी। इस कत्लेआम के बीच निवेश करना सही फैसला नहीं होगा। उधर, HDFC ब्रोकरेज सिक्यॉरिटीज ने अडानी के स्वामित्व वाली सीमेंट कंपनी ACC पर BUY की सलाह दी है। HDFC ब्रोकरेज का कहना है कि आने वाले साल में मध्य भारत में ACC के विस्तार से इसके ग्रोथ के मौके हैं।ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विस Natixix SA एशिया-प्रशांत के मुख्य अर्थशास्त्री अलिसा गार्शिया (Alicia Garcia) ने कहा कि अडानी का मामला सही समय पर सामने नहीं आया है क्योंकि चीन अब पूरी तरह से अपनी सीमा खोल रहा है। एपल इंक चीन की जगह भारत में निवेश की तैयारी में जुटा है। ऐसे में अडानी प्रकरण पर दुनिया के निवेशक बड़ी बारीक नजर रख रहे होंगे।हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडानी के शेयरों में जोरदार बिकवाली हो रही है। अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर, एनडीटीवी जैसी अडानी की कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट आई है और निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए हैं।
अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने कहा है कि वो एफपीओ को रद्द (Adani FPO Cancle) कर रहे है। वहीं निवेशकों को पैसा लौटाने की बात भी कही है। प्रेस रिलीज जारी कर अडानी एंटरप्राइजेज ने इसकी जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि वो 20 हजार करोड़ के अपने एफपीओ को वापस ले रहे है। निवेशकों को पैसा जल्द ही लौटाया जाएगा। आपको बता दें कि 27 जनवरी को गौतम अडानी की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने 20 हजार करोड़ जुटाने के लिए एफपीओ जारी किया था। कंपनी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को इसकी जानकारी दे दी गई है। इस जानकारी में बताया गया है कि 1 फरवरी को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई,जिसमें शेलर सेल को वापस लेने का फैसला लिया गया। कंपनी ने कहा है कि वो निवेशकों के पैसे को वापस कर देगी। आपको बता दें कि ये अब तक का सबसे बड़ा फॉलो-ऑप-ऑफर था।














