उत्तर भारतीयों से जुड़े हुए एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और शिंदे गुट पर जमकर हमला किया। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिसको हमारे पिताजी ने आसरा दिया था, आज वो मालिक बनने चले हैं।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने अपना स्पीच हिंदी में ही दिया। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने मेरा धनुष बाण छीन लिया है लेकिन अब प्रभु राम चन्द्र मेरे साथ आ गए हैं। मैंने कल चुनौती दी है कि अगर हिम्मत है तो मेरा धनुष बाण लेकर मेरे सामने आएं, मैं मशाल लेकर उसका जवाब दूंगा।
‘कहां थी बीजेपी’
ठाकरे ने कहा- “मेरा हिंदुत्व उनकी तरह नहीं है। मेरा हिंदुत्व उनसे अलग हैं, उनका हिंदुत्व आपस में लड़ाने का है। उनके साथ जो हैं वो हिन्दू हैं, जो उनके साथ नही हैं वो हिन्दू नही हैं। दुख इस बात का होता है जब 1992 में हमारे नेता मुम्बई को बचा रहे थे तब ये लोग कहा थे। उस वक़्त जिन लोगों ने मुम्बई को बचाया वो आपकी नजर में आज गुनहगार था।”
वंही ठाकरे गुट मातोश्री, पार्टी के कार्यालयों और पार्टी के फंड को लेकर भी सतर्क हो गया है. खबरें हैं कि पार्टी का करोड़ो रुपये का फंड (Shiv Sena) उद्धव ठाकरे के पार्टी खाते में ट्रांसफर कर दिया गया है. यह फंड लगभग 150 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है. हालांकि अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है कि यह पैसा वास्तव में कितना है. ठाकरे गुट को यह डर है कि कहीं यह भी हाथ से न चला जाए. शायद इसी वजह से यह फैसला हुआ है. इसी डर की वजह से फंड को पहले ही ट्रांसफर कर दिया गया.
सूत्रों के मुताबिक इसके लिए बैंक में नया खाता खोला गया और उसमें पैसे को ट्रांसफर कर दिया गया. खबरों के मुताबिक पार्टी की संपत्तियों, कार्यालय, मातोश्री और फंड को लेकर फिर से नया विवाद शुरू हो सकता है. ठाकरे को लगातार इस बात का डर सता रहा है कि कहीं ये भी हाथ से न चले जाएं. इसके पहले खबर थी कि शिंदे गुट मातोश्री पर भी अपना दावा कर सकता है. जानकारों का कहना है कि मातोश्री और पार्टी फंड भी उद्धव ठाकरे के हाथ से जा सकता है.