झारखंड पुलिस की तरफ से शुक्रवार को पुलिस संस्मरण दिवस आयोजित किया गया. देश की रक्षा करने वाले वीर शहीद जवानों को राजधानी रांची सहित पूरे प्रदेश में श्रद्धांजलि अर्पित की गई. राजधानी में जैप ग्राउंड, पुलिस लाइन और सीआरपीएफ कैंप सहित कई स्थानों पर पुलिस अधिकारियों और जवानों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. पुलिस संस्मरण दिवस के अवसर पर पुलिस केंद्र लोहरदगा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें शहीद जवानो को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. साथ ही सेरेंगदाग थाना क्षेत्र में शहीद हुए जवान दुलेश्वर पराश के परिजनों का पुलिस अधीक्षक आर रामकुमार व वरीय पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने पुष्प गुच्छ व सॉल देकर अभिवादन किया
झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों ने अपनी सेवा के दौरान बलिदान दिया है, आज उनसे प्रेरणा लेने का दिन है. शहीद द्वारा दिए गए बलिदान को कभी बेकार नहीं जाने दिया जाएगा.
क्यू मनाया जाता हैं पुलिस संस्मरण दिवस ?
21 अक्टूबर 1959 में लद्दाख में तीसरी बटालियन की एक कंपनी को भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में ‘हाट-स्प्रिंग‘ में तैनात किया गया था. कंपनी को टुकडिय़ों में बांटकर चौकसी करने को कहा गया. जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल ‘हाट-स्प्रिंग’ में गश्त कर रहा था. तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया. तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया.