अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. यहां रामलला की जो मूर्ति स्थापित की जाएगी, उसके लिए नेपाल की गंडकी नदी के शालिग्राम पत्थर लाए जा रहे हैं. इन पत्थरों से ही मूर्ति तैयार की जाएगी. ये पत्थर दो टुकड़ों में है और इन दोनों शिलाखंडों का कुल वजन 127 क्विंटल है.पत्थरों का वजन 40 टन है. बताया जा रहा है कि इन पत्थरों को सबसे पहले नेपाल के जनकपुर लाया गया है. जनकपुर के मुख्य मंदिर में इनकी पूजा-अर्चना की गई है. ये चट्टानें बिहार के मधुबनी बॉर्डर से भारत में प्रवेश करेंगी. 31 जनवरी की दोपहर बाद गोरखपुर के गोरक्षपीठ पहुंचेंगी. भारत में भी इन शिलाओं की जगह-जगह पूजा-अर्चना की जाएगी.