कृषि शुल्क विधेयक के खिलाफ राज्यभर के व्यापारी15 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान थोक बाजार खुदरा बाजार फ्लोर-चावल मिल्स पूरी तरह से बंद रखेंगे। फेडरेशन ऑफ झारखंड चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने 15 फरवरी से राज्यभर में खाद्यान्न व्यवसाय को बंद रखने का निर्णय लिया है। चेंबर के अध्यक्ष किशोर मंत्री ने मंगलवार को रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बंद को थोक और खुदरा व्यवसायियों ने समर्थन देने की बात कही है। इसके अलावा फल और आलू के व्यवसायियों का भी समर्थन मिला है।इस अतिरिक्त शुल्क से राज्य भर के खाद्यान्न व्यापारियों में आक्रोश है. उन्होंने कहा कि कहा कि शुल्क प्रभावी होने के बाद यहां का व्यापार पड़ोसी राज्यों में शिफ्ट होने लगेगा, जिससे सरकार को जीएसटी के रूप में भारी नुकसान होगा. राज्य में बिक्री के कई माल दूसरे राज्यों से आयात किये जाते हैं. ऐसी वस्तुओं पर कृषि शुल्क लागू होने से यह किसी विपणन व्यवस्था की फीस न होकर सीधे एक टैक्स के रूप में प्रभावी होगा, जो जीएसटी के अतिरिक्त डबल टैक्सेशन होगा.









