ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता (चीफ इंजीनियर) वीरेंद्र राम को पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेजा। वीरेंद्र राम को मंगलवार को ईडी की छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था।ईडी ने 21 फरवरी को इसके 24 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की जो 22 फरवरी को समाप्त हो गई। छापेमारी के दौरान बरामद किए गए दस्तावेजों के आधार पर वीरेंद्र राम से पूछताछ शुरू की गई थी। एजेंसी ने दो दिनों तक उससे पूछताछ की। वीरेंद्र राम के ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान तीस लाख रुपये और डेढ़ करोड़ की कीमत के जेवरात जब्त किए गए थे। इडी को इसके अलावा सौ करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति का भी पता चला।झारखंड में विकास परियोजनाओं के लिए निजी कंपनियों को निविदाएं देने के एवज में झारखंड के उच्च पदस्थ नौकरशाह और राजनेता भारी कमीशन वसूल करते हैं। मनी लॉन्ड्रिंग में गिरफ्तार ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के मामले में यह बात ईडी ने बृहस्पतिवार को विशेष धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष कही।