पाकिस्तान में चरम पर पहुंची महंगाई ने आम लोगों का जीना मुहाल किए हुए है। खाने-पीने की कीमतों में तो आग लगी हुई है। पाकिस्तानी अवाम पहले से ही आटे और तेल की कीमतों के बोझ तले दबी हुई थी। अब रही-सही कसर, मुर्गा, सरसों का तेल, चावल, नमक, दूध, ब्रेड और केला ने पूरी कर दी है।
सिर्फ आटा और गैस ही नहीं, बल्कि चिकन के दाम भी आसमान पर पहुंच गए हैं। ऐसे में पाकिस्तानियों के लिए पसंदीदा व्यंजन चिकन बिरयानी अब सपना बनता दिख रहा है।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, खाद्य पदार्थों और फ्यूल की कीमतों में इजाफे के साथ पाकिस्तान में साप्ताहिक महंगाई दर पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है. साप्ताहिक मुद्रास्फीति को संवेदनशील मूल्य सूचकांक (SPI) से मापा जाता है. पाकिस्तान स्टैटिस्टिक्स ब्यूरो (PBS) ने देशभर के 17 प्रमुख शहरों में 50 बाजारों से इकट्ठा 51 आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर अपनी साप्ताहिक रिपोर्ट में कहा कि देश महंगाई में साल-दर-साल 30.60 फीसदी बढ़ोतरी दर्शाता है.
पड़ोसी देश पाकिस्तान में आटे का भाव 140-160 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच चुकी है। पाकिस्तान के कारोबारियों और होलसेलर्स के मुताबिक ओपन मार्केट में 100 किलो गेहूं बैग का 12,000 से 12,500 रुपये में बिक रहा है। दिसंबर के आखिरी हफ्ते में यह 10,600 रुपये था यानी एक हफ्ते में ही दाम कहां से कहां पहुंच गए हैं। वहीं, नवंबर में रेट 8,300 रुपये था।