पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अल अरबिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह हम पर निर्भर करता है कि हम शांति से रहें, तरक्की करें या फिर एक-दूसरे से झगड़कर अपना समय और संसाधन बर्बाद करें. भारत के साथ हमारे तीन युद्ध हुए और इससे गरीबी और बेरोजगारी ही आई है. हमने अपना सबक सीख लिया है. हम अब शांति से जीना चाहते हैं और अपनी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं.शहबाज शरीफ ने कहा, ”हम हमारी प्रॉब्लम सॉल्व करने को तैयार हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरा संदेश है कि चलिए बैठते हैं और बात करते हैं. पाकिस्तान नहीं चाहता कि हम हमारे संसाधनों को बम और बारूद बनाने में खर्च करें.”शरीफ ने परमाणु शक्ति होने का हवाला देते हुए युद्ध को किसी के लिए भी ठीक नहीं होने की बात कही. उन्होंने कहा, “हम परमाणु शक्तियां हैं, हथियारों से लैस हैं और अगर भगवान न करे कि युद्ध छिड़ जाए तो जो हुआ उसे बताने के लिए कौन जीवित रहेगा. मैंने प्रेसिडेंट मोहम्मद बिन जायद से कहा है कि आप भारत और पाकिस्तान के बीच अहम रोल अदा कर सकते हैं.”