श्रीलंका-पाकिस्तान के बाद अब भारत के एक और पड़ोसी देश के आर्थिक हालात बिगड़ने लगे हैं। तेल की सप्लाई पूरी करने के लिए बांग्लादेश ने सऊदी अरब से मदद मांगी है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने बताया कि उसकी सरकार ने सऊदी अरब से कर्ज पर तेल की डिमांड की है। इससे पहले पाकिस्तान भी सऊदी अरब से मदद मांग चुका है। घटते विदेशी मुद्रा भंडार की वजह से बांग्लादेश को कर्ज पर तेल लेने का कदम उठाना पड़ा है। सऊदी अरब बांग्लादेश के आधे से अधिक कच्चे तेल की सप्लाई करता है, लेकिन यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद ऊर्जा और खाद्य कीमतों में वैश्विक उछाल आया है, जिसकी वजह से बांग्लादेश को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले टका में लगभग 25 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे पेट्रोल वितरकों और बिजली उपभोक्ताओं की लागत बढ़ गई है। हाल के समय में विपक्ष ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और तटस्थ प्रशासन के तहत शीघ्र चुनाव की मांग करते हुए रैलियों की एक श्रृंखला आयोजित की थी। अधिकारियों ने मंगलवार को खुदरा बिजली की कीमतों में पांच फीसदी की बढ़ोतरी की। तीन हफ्तों में इस तरह की दूसरी वृद्धि हुई, जबकि जनरेटर के लिए गैस की कीमतों में पिछले महीने 178 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।