तालिबान के शासन से बाहर निकलने के लिए सैकड़ों लोग अफगानिस्तान छोड़ने के लिए कई रास्ते आजमा रहे हैं. सैकड़ों अफगान लैटिन अमेरिका पहुंच कर वहां के 11 देशों से पैदल गुजर कर अवैध रूप से अमेरिका जा रहे हैं.यह तालिबान के शासन से बच निकलने के लिए अफगान लोगों के पास उपलब्ध आखिरी रास्तों में से है. उनकी यात्रा ब्राजील के लिए मानवीय वीजा से शुरू होती है. यात्रा का अंत होता है लैटिन अमेरिका के 11 देशों से होते हुए अमेरिका की सीमा तक पहुंचने और वहां मौजूद दीवार लांघ कर अमेरिकी धरती पर कूद के पहुंचने पर.अफगानिस्तान से अमेरिका के अव्यवस्थित तरीके से निकल जाने के एक साल बाद अमेरिका-मेक्सिको की सीमा पार कर अमेरिका में शरण लेने की कोशिश करने वाले अफगान लोगों की संख्या बहुत बढ़ गई है.हर महीने सैकड़ों लोग अपनी जान को जोखिम में डाल कर एक ऐसे रास्ते से वहां पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जो अपहरण, चोरी और हमलों के लिए बदनाम है. अमेरिकी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक सीमा अधिकारियों ने पिछले साल 2,132 अफगान लोगों को पकड़ा.यह एक साल में इस तरह पकड़ने जाने वाले अफगान लोगों की संख्या में 30 गुना उछाल है. इनमें से आधे तो नवंबर और दिसंबर 2022 में ही अमेरिका पहुंचे.रॉयटर्स ने इस यात्रा को पूरा करने वाले एक दर्जन अफगान लोगों से बात की. उनमें से 11 ने कहा कि वो अमेरिका पहुंचने में सफल रहे. एक व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. रॉयटर्स ने इस व्यक्ति का मेक्सिको में साक्षात्कार किया था. इन सब ने कहा कि वो ब्राजील में एक नई जिंदगी शुरू नहीं कर पाए तो जमीन के रास्ते अमेरिका की तरफ चल दिए.कई शरणार्थी अधिवक्ताओं और पूर्व अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि इस रास्ते को लेने वाले अफगान लोगों की संख्या का बढ़ना अफगानिस्तान के अंदर मानवीय संकट को संबोधित करने में असफलता को दिखाता है. साथ ही यह अफगानिस्तान छोड़कर जाने वालों के लिए मदद में कमी को भी दिखाता है.इन लोगों का कहना है कि अमेरिका में वीजा का काम धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है जबकि अमेरिका को शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के साथ मिल कर अफगान शरणार्थियों की मदद करने के लिए दूसरे देशों की भी मदद करनी चाहिए.