विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि तुर्की और सीरिया में मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा हो सकती है. WHO ने कहा कि इस तरह के बड़े भूकंपों में अक्सर शुरुआती मौतों की संख्या में आठ गुना बढ़ोतरी देखने को मिलती हैं. WHO ने कहा कि दुर्भाग्य से हम हमेशा भूकंपों के साथ एक ही चीज देखते हैं कि मरने वालों या घायल होने वालों की संख्या की शुरुआती रिपोर्ट आने वाले हफ्तों में काफी बढ़ जाती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भूकंप से मरने वालों की संख्या 20,000 से ज्यादा हो सकती है.तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप ने अब तक चार हजार लोगों की जान ले ली है। 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद एक और भूकंप आया जिसकी तीव्रता 7.6 थी। तुर्की और सीरिया में अभी तक भूकंप के बाद झटके आने का सिलसिला जारी है। यह भूकंप पिछले कुछ सालों में आया सबसे खतरनाक भूकंप है। इस विनाशकारी भूकंप के बाद राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान की तरफ से सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान पूरे देश में और दूसरे देशों में इसके दूतावासों पर तुर्की के झंडों को आधा झुकाया रखा जाएगा। मंगलवार को तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद झटकों के आने का सिलसिला जारी है। 24 घंटे में यहां पर कई झटके आ चुके हैं जिनके बाद लोगों में दहशत का माहौल है।